उन्नाव: अनुराग की बहादुरी ने दिया जिले की वीर प्रसूता धरती का प्रमाण

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उन्नाव। जिले की धरती वीर प्रसूता है इस बात को गोरखपुर मन्दिर में हुए हमले में अपनी जान पर खेल कर नाकाम करने वाले अनुराग राजपूत ने एक बार फिर साबित कर दिया। अचलगंज थाना क्षेत्र के गंगा कटरी इलाके के गांव शंकरखेड़ा के मजरे गौरी त्रिभानपुर में जन्में अनुराग ने आतंकी से लोहा लेकर …

उन्नाव। जिले की धरती वीर प्रसूता है इस बात को गोरखपुर मन्दिर में हुए हमले में अपनी जान पर खेल कर नाकाम करने वाले अनुराग राजपूत ने एक बार फिर साबित कर दिया। अचलगंज थाना क्षेत्र के गंगा कटरी इलाके के गांव शंकरखेड़ा के मजरे गौरी त्रिभानपुर में जन्में अनुराग ने आतंकी से लोहा लेकर न सिर्फ अपनी बहादुरी का परिचय दिया बल्कि जिले के हर व्यक्ति को गौरवान्वित करने का काम किया है।

पिता लालू प्रसाद के तीन बेटों में सबसे बड़ा अनूप कुमार, उसके बाद अनुराग सबसे छोटा अनुज कुमार है। अभी किसी भी भाई की शादी नहीं हुई है। गांव के प्राथमिक स्कूल में पढ़ाई करने के बाद अचलगंज फिर तंनगापुर उंचगाव से इंटर पास किया।2019 में सिपाही में भर्ती हुआ था। बेटे के आतंकी हमले में घायल होने से ज्यादा पिता लालूप्रसाद को इस बात का फक्र है उसने बहादुरी का परिचय देते हुए जिले, क्षेत्र के साथ परिवार का नाम रोशन किया।

अनुराग का परिवार ही नहीं बल्कि उसके पूरे गांव में उसकी बहादुरी के चर्चे से क्षेत्र के लोग खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कार किए जाने से माता पिता खुशी से गदगद हैं। बता दें अनुराग जिस क्षेत्र से है वह बैसवारा अपने शौर्य और साहित्य के पुरोधाओं के लिए विख्यात है। चंद्र शेखर आजाद की धरती कहे जाने वाले इस क्षेत्र के कई रणबांकुरें देश के लिए हसते हंसते अपने प्राणों को मातृ भूमि पर न्योछावर कर अमृत्व को प्राप्त हो चुके हैं।

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