गौ संरक्षण के लिए तैयार किया जाए 100 दिन का एजेंडा : धर्मपाल सिंह

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ। कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार को विधान भवन स्थित अपने कक्ष में अपने विभागों का कार्यभार ग्रहण किया। उनके पास पशुधन, दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज और नागरिक सुरक्षा विभाग हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपेक्षाओं के अनुरूप आगामी …

लखनऊ। कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने सोमवार को विधान भवन स्थित अपने कक्ष में अपने विभागों का कार्यभार ग्रहण किया। उनके पास पशुधन, दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज और नागरिक सुरक्षा विभाग हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपेक्षाओं के अनुरूप आगामी 100 दिन के कार्यक्रम बनाकर लक्ष्य तय करते हुए उसे धरातल पर उतारने के लिए तेजी से कार्यवाही की जाये, जिसके सकारात्मक परिणाम धरातल पर दिखे।

उन्होंने छुट्टा पशुओं की समस्या के स्थायी समाधान के लिए भी मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुरूप प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिया ताकि भविष्य में छुट्टा पशु सड़कों पर दिखायी नहीं दें। इस समस्या को चुनौती के रुप में लेते हुए रणनीति बनाकर इसे अवसर के रुप में बदलने के हरसंभव प्रयास किए जायें। उन्होंने गौशालाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाकर इसे व्यवसायिक रूप देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने पर बल दिया।

मदरसों को तकनीकी शिक्षा से जोड़कर किया जाएगा आधुनिकीकरण

धर्मपाल सिंह ने कहा कि मदरसों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जायेगा और मदरसों की शिक्षा में आधुनिकीकरण का समावेश करते हुए इसे गुणवत्तापूर्ण बनाये जाने के लिए आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। उन्होंनें कहा कि पशुधन और दुग्ध विभाग पशुपालकों से सीधे जुड़ा हुआ है इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रम बनाये जाये कि प्रदेश में उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में प्रथम स्थान पर बना रहे एवं पशुपालकों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का सीधे लाभ मिल सके।

इस अवसर पर मंत्री धर्मपाल सिंह ने पशुधन, दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज तथा नागरिक सुरक्षा के विभागीय अधिकारियों का परिचय भी प्राप्त किया और उनसे अपने दायित्वों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करने की अपेक्षा की।

यह भी पढ़ें:-सीतापुर: देख-रेख के आभाव में अस्तित्व खो रहा आस्तिक बाबा मंदिर, पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है यह धार्मिक स्थल

संबंधित समाचार