लखनऊ: बचपन केयर सेंटर को मिला ISO सर्टिफिकेट, दिव्यांग बच्चों को मुख्य धारा में लाने का कर रहे काम
लखनऊ। राजधानी के निशातगंज स्थित बचपन डे केयर सेंटर को शनिवार के दिन आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उपनिदेशक मधुरेंद्र कुमार पर्वत ने दी। उन्होंने बताया कि यह प्रमाण पत्र दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह गुणवत्तापूर्ण प्राइमरी एजुकेशन दिए जाने को लेकर मिला है। दरअसल …
लखनऊ। राजधानी के निशातगंज स्थित बचपन डे केयर सेंटर को शनिवार के दिन आईएसओ सर्टिफिकेट मिला है। इसकी जानकारी उत्तर प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उपनिदेशक मधुरेंद्र कुमार पर्वत ने दी। उन्होंने बताया कि यह प्रमाण पत्र दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह गुणवत्तापूर्ण प्राइमरी एजुकेशन दिए जाने को लेकर मिला है।
दरअसल उत्तर प्रदेश सरकार ने सामान्य बच्चों की तरह ही दिव्यांग बच्चों को भी प्राथमिक शिक्षा देने के लिए बचपन डे नाम से राजधानी समेत करीब 18 जिलों में प्राइमरी स्कूलों की एक चेन शुरू की थी। इन स्कूलों में दिव्यांग बच्चों को जिनकी उम्र 3 साल से लेकर 7 साल के बीच में है, उन्हें फ्री एजुकेशन देकर समाज की मुख्य धारा में लाने का काम किया जा रहा है।
बचपन डे केयर सेंटर में दिव्यांग बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह प्राइमरी एजुकेशन दिया जा रहा है, इसमें श्रवण बाधित दृष्टिबाधित तथा मानसिक मन्दित बच्चे शामिल हैं। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उपनिदेशक मधुरेंद्र कुमार पर्वत ने बताया है कि लखनऊ में एक बचपन डे केयर सेंटर संचालित हो रहा है, इसके अलावा प्रदेश के 18 जिलों में बचपन केयर सेंटर चल रहे हैं, वही आने वाले समय में 7 बचपन डे केयर सेंटर खोले जाने की प्रक्रिया जारी है।
बचपन केयर सेंटर को आईएसओ सर्टिफिकेट देने वाली संस्था परामर्श के निदेशक पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि सरकार की मंशा है कि सक्षम के समान अक्षम भी हो किसी में किसी प्रकार का अंतर ना हो, इसी के तहत बचपन केयर सेंटर संचालित हो रहे हैं, बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए इन केंद्रों में विशेष व्यवस्था की गई है, यहां पर 3 से 5 वर्ष के बच्चे प्राइमरी शिक्षा लेकर समाज की मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं।
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