Pakistan Political Crisis: इमरान खान से मिलने पीएम आवास पहुंचे पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा, आईएसआई के डीजी भी साथ
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार पर अल्पमत में जाने का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा पीएम इमरान खान के घर उनसे मिलने पहुंचे हैं। उनके साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई डीजी नदीम अंजुम भी मौजूद हैं। आज इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की …
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार पर अल्पमत में जाने का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा पीएम इमरान खान के घर उनसे मिलने पहुंचे हैं। उनके साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई डीजी नदीम अंजुम भी मौजूद हैं। आज इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का अहम फैसला भी लिया है।
बता दें कि पाकिस्तानी सेना के दोनों बड़े अफसर ऐसे समय पर इमरान खान से मिलने पहुंचे हैं, जब सहयोगी MQM के सदस्य और कानून मंत्री फ़ारुग नसीम और आईटी मंत्री अमीन उल हक ने इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। यह इमरान खान सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
विपक्ष ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस
पाकिस्तान में जारी सियासी उठापटक के बीच बुधवार शाम इस्लामाबाद में विपक्ष ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की। इस कांफ्रेंस में शहबाज शरीफ और बिलावल भुट्टो भी मौजूद रहे। बिलावल भुट्टो ने कहा, ‘विपक्ष ने जो एकजुटता दिखाई है, वो यकीनन सराहनीय फैसला है. शहबाज शरीफ जल्द ही पाकिस्तान के पीएम बनेंगे। वहीं शहबाज शरीफ ने कहा, ‘मैं विपक्ष के अपने साथियों का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने जनता की आवाज सुनते हुए ये फैसला लिया। हमने एक नए सफर का आगाज किया है’।
हुमत के लिए 172 सदस्य होने जरूरी
आपको बता दें पाकिस्तान असेंबली में 342 सदस्य हैं। बहुमत के लिए 172 सदस्य होने जरूरी हैं। MQM के इमरान खान का साथ छोड़ने के बाद विपक्ष के पास 177 सदस्यों का समर्थन हो जाएगा। जबकि इमरान खान के पास 164 सदस्यों का समर्थन रह जाएगा। विपक्ष को इमरान खान की सरकार गिराने के लिए सिर्फ 172 सदस्यों की जरुरत है। जो अब संभव होता नजर आ रहा है।
