अयोध्या: ”मन की बात” में पीएम मोदी ने नहीं किया प्रभु झूलेलाल जयंती का जिक्र, सिंधी समाज को पहुंची ठेस

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अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा “मन की बात” में प्रभु झूलेलाल जयंती (चेट्रीचंड्र) का उल्लेख न किए जाने से सिंधी समाज में खासा आक्रोश दिख रहा है। इनका कहना है कि हमारे समाज की उपेक्षा तनिक भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए पीएम सहित तमाम सिंधी सांसदों को पत्र भेजा जा रहा है। प्रत्येक …

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा “मन की बात” में प्रभु झूलेलाल जयंती (चेट्रीचंड्र) का उल्लेख न किए जाने से सिंधी समाज में खासा आक्रोश दिख रहा है। इनका कहना है कि हमारे समाज की उपेक्षा तनिक भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए पीएम सहित तमाम सिंधी सांसदों को पत्र भेजा जा रहा है।

प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से “मन की बात” का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। रविवार 27 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने इस माह होने वाले आगामी पर्व नवरात्रि, रमजान, रामनवमी, डॉ भीमराव अम्बेडकर जयंती, गुड फ्राइडे का उल्लेख करते हुए संबंधित समाज के लोगों को शुभकामनाएं प्रेषित कीं, लेकिन इस माह दो अप्रैल को होने वाले प्रभु झुलेलाल जयंती का उल्लेख नहीं किया।

देश ही नहीं पूरी दुनिया में रहने वाले सिंधी समाज के लोग यह पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं और इसे सिधिंयत दिवस के रूप में मानते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को इस प्रकरण को ध्यान में लाने के लिए पत्र भेजा जायेगा। उत्तर प्रदेश सिंधी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी ने कहा कि देश के जिस भी सिंधी भाषी ने मन की बात सुनी। उसके मन को ठेस पहुंची है। इस प्रकरण को गंभीरता से लेकर प्रधानमंत्री मोदी सहित सांसद शंकर लालवानी व राज्यसभा सदस्य महेश जेठमलानी और अन्य नेताओं को भी पत्र भेजा जा रहा है।

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