लखीमपुर-खीरी: इंस्पेक्टर का नाम आया तो मृत्यु पूर्व दिए बयानों को पुलिस ने किया दरकिनार

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लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। गौरीफंटा कोतवाली परिसर में मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने वाले मैजिक चालक के मामले में पुलिस कानून-कायदों को ताक पर रख दिया। अस्पताल में मृत्यु पूर्व दिए दिए गए बयानों में प्रभारी निरीक्षक गौरीफंटा पर वसूली करने का आरोप लगा तो पुलिस इन बयानों को ही गटक गई। इसको लेकर एक …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। गौरीफंटा कोतवाली परिसर में मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने वाले मैजिक चालक के मामले में पुलिस कानून-कायदों को ताक पर रख दिया। अस्पताल में मृत्यु पूर्व दिए दिए गए बयानों में प्रभारी निरीक्षक गौरीफंटा पर वसूली करने का आरोप लगा तो पुलिस इन बयानों को ही गटक गई। इसको लेकर एक बार फिर पुलिस की फजीहत होने लगी है।

गौरीफंटा कोतवाली भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है। दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता होने के कारण हजारों की संख्या में भारत-नेपाल के बीच प्रतिदिन लोग आते-जाते हैं। गौरीफंटा सीमा से देश के कई राज्यों और महानगरों को डेकर बसें, मैजिक व अन्य सवारी वाहन अवैध रूप से संचालित होते हैं। अवैध वसूली और पुलिस के कार्रवाई न करने से नाराज पलिया के कृष्णानगर पटिहन निवासी शिवम गुप्ता (26) ने 16 मार्च की देर रात कोतवाली गौरीफंटा में खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर आग लगा थी।

सीएचसी पलिया में सीओ पलिया एसएन तिवारी ने झुलसे चालक के के बयानों की खुद रिकार्डिंग की थी। उसने आरोप लगाया था कि पलिया निवासी पप्पू गुप्ता उर्फ घमंडी सहित अन्य आरोपी वसूली करने वाले कई लोग उस पर मैजिक सीमा पर न चलाने का दबाव बना रहे थे। वसूली को लेकर पुलिस के साथ मिलकर उसे प्रताड़ित करते थे। प्रभारी निरीक्षक मैजिक चलाने के लिए उससे 2500 रुपये भी लेते थे। इसके बाद भी पुलिस टैक्सी गैंग का ही साथ देती है। शनिवार को लखनऊ में भर्ती झुलसे युवक की मौत हो गई।

कानून के जानकारों ने बताया कि मृत्यु पूर्व दिए गए बयान कानूनी रूप से माने जाते हैं, लेकिन पुलिस ने इस मामले में खेल करते हुए चालक के बयानों को दरकिनार कर दिया है। माना जा रहा है कि आरोपी प्रभारी निरीक्षक और और कुछ रसूखदार नामजद आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस इन बयानों को नजर अंदाज कर रही है। अब देखना यह है कि क्या मृतक शिवम गुप्ता के मृत्यु पूर्व दिए गए बयानों को आधार मानकर आरोपियों पर पुलिस कार्रवाई कर पाएगी।

मृतक की पत्नी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है। मृत्यु पूर्व दिए गए बयानों को विवेचना में शामिल किया जाएगा। पूरे प्रकरण में जो भी दोषी होगा। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।- एसएन तिवारी, सीओ सिटी

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