अयोध्या: प्रधानमंत्री आवास योजना पर पड़ी महंगाई की मार, 45 फीसदी आवास अधूरे

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अयोध्या। प्रधानमंत्री आवास योजना भी मंहगाई की मार की चपेट में आ गई है। निर्माण सामग्रियों के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी से जिले में करीब 45 प्रतिशत आवास निर्माण अधूरे पड़े हैं। लाभार्थियों का कहना है कि दामों के बढ़ने से निर्माण नहीं करा पा रहे हैं। सीमेंट, मोरंग, सरिया, ईंट व अन्य भवन निर्माण …

अयोध्या। प्रधानमंत्री आवास योजना भी मंहगाई की मार की चपेट में आ गई है। निर्माण सामग्रियों के दामों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी से जिले में करीब 45 प्रतिशत आवास निर्माण अधूरे पड़े हैं। लाभार्थियों का कहना है कि दामों के बढ़ने से निर्माण नहीं करा पा रहे हैं।

सीमेंट, मोरंग, सरिया, ईंट व अन्य भवन निर्माण संबंधी सामग्री के दामों में 20 दिनों के अंदर करीब 30 फीसद तक बढ़ोतरी हुई है। इसके चलते गरीबों के पक्के घर का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है। महंगाई के कारण 45 फीसद प्रधानमंत्री आवास अधूरे पड़े हैं।

पीएम आवास योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में लाभार्थी को एक लाख 20 हजार रुपये और शहरी क्षेत्र में ढाई लाख रुपये दिए जाते हैं। इस रकम में नींव और दीवार तो खड़ी हो रही है, लेकिन छत नहीं पड़ पा रही है। सीमेंट, सरिया, मौरंग, बालू की महंगाई के कारण निर्माण में समस्या पैदा हो रही है।

15 दिन पहले सरिया की कीमत 6150 रुपये थी, जो बढ़कर 8200 रुपये प्रति क्विटल हो गई है। मोरंग 70 रुपए वर्गफुट से बढ़कर 90 रुपये हो गई है। ए ग्रेड ईंट की कीमत पिछले महीनें छह हजार प्रति हजार थी, जो अब सात हजार पार पहुंच गई है।

लाभार्थी सुषमा का कहना है कि सरकार से मिलने वाली आवास की रकम से दीवार तक का काम हो पाया है। छत की ढलाई के लिए एक लाख रुपये की जरूरत है। कारोबारी राजू सिंह बताते हैं कि भवन निर्माण सामग्री के दामों में बढ़ोतरी का कारण रूस-यूक्रेन युद्ध का असर माना जा रहा है। 15 दिनों में सरिया का रेट 30 फीसद बढ़ गया है। उम्मीद है कि सरिया के दाम अभी और बढ़ेंगे।

सभी ब्लाकों को मिला कर करीब 45 फीसद आवास अपूर्ण हैं। लाभार्थियों को पूरी किस्त दी जा चुकी है। निश्चित रूप से सामग्रियों के दाम बढ़े हैं, लाभार्थियों की दिक्कत स्वाभाविक है। – अनीता यादव, सीडीओ, अयोध्या

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