यूपी चुनाव : भाजपा गठबंधन से 25 महिलाओं ने हासिल की जीत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। जिसमें 560 प्रत्याशी आधी आबादी से हैं इस बार महिला प्रत्याशियों में भाजपा की महिला उम्मीदवारों ने अपना दमखम दिखाते हुए लगभग सभी सीटों पर जीत का परचम लहराया है। कांग्रेस, सपा व बसपा की महिला प्रत्याशी कमजोर रहीं। भाजपा के गठबंधन …
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। जिसमें 560 प्रत्याशी आधी आबादी से हैं इस बार महिला प्रत्याशियों में भाजपा की महिला उम्मीदवारों ने अपना दमखम दिखाते हुए लगभग सभी सीटों पर जीत का परचम लहराया है। कांग्रेस, सपा व बसपा की महिला प्रत्याशी कमजोर रहीं। भाजपा के गठबंधन वाली सीटों में 403 सीटों में से 47 सीटों पर महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा था।
जिसमें 25 महिला प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की, वहीं सपा गठबंधन ने 46 सीटों पर महिला प्रत्याशियों को उतारा , जिनमें पांच महिलाओं को जीत हासिल हुई। इसके विपरीत प्रदेश में सबसे ज्यादा 142 महिलाओं को टिकट देने वाली कांग्रेस का खाता भी महिला प्रत्याशी अनुराधा मिश्रा मोना ने जीत दर्ज की है। बसपा ने इन चुनावों में 37 महिलाओं को टिकट दिया था, जिसमें कोई भी चुनाव नहीं जीत सकी।
हस्तिनापुर से कांग्रेस की उम्मीदवार रही मिस कॉस्मो वर्ल्ड 2018, मिस यूपी 2014 रह चुकी अर्चना गौतम को हार का मुंह देखना पड़ा। भाजपा की सबसे युवा प्रत्याशी रिया शाक्य भी बिधूना सीट से चुनाव हाल गई हैं। यह 26 वर्षीय सबसे छोटी उम्र की प्रत्याशी हैं।कल्याणपुर से नीलिमा कटियार ने समाजवादी पार्टी के सतीश कुमार निगम को हराते हुए जीत दर्ज की है। यह छात्र नेता के साथ योगी सरकार की मंत्री भी रह चुकी हैं। गोसाईगंज सीट से आरती तिवारी चुनाव हार गई हैं, ये विधायक रहे बाहुबली खब्बू तिवारी की पत्नी हैं, खब्बू तिवारी अभी जेल में बंद हैं।
आगरा ग्रामीण सीट से बेबी रानी मौर्य जीत चुकी हैं। ये आगरा की मेयर रह चुकी हैं, साथ ही उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं और साल 2021 में त्यागपत्र दे कर चुनाव लड़ी हैं। सपा गठबंधन की बात करें तो सपा ने अपने 403 प्रत्याशियों में 46 महिलाओं को चुनाव में उतारा था जिसमें से सपा ने 42, रालोद ने 2 और अपना दल (के) ने भी 2 महिलाओं को टिकट दिया था। वहीं राठ से बीजेपी प्रत्याशी ने मनीषा ने जीत दर्ज कराते हुए सपा उम्मीदवार चंद्रावती को हराया है।
सिराथू सीट से पल्लवी पटेल 2408 वोट से आगे चल रही हैं यह केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन हैं। ये डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या कड़ी टक्कर दे रही हैं। गोरखपुर सदर से सपा प्रत्याशी सुभावती शुक्ला चुनाव हार गई हैं। ये सपा की टिकट पर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ रही थीं। प्रयागराज सीट से ऋचा सिंह हार गई हैं। यह केबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को टक्कर दे रही थीं। अमेठी सीट से महाराजी प्रजापति ने बंपर जीत हासिल की है।
वहीं बसपा से 37 महिलाओं को टिकट दिया गया था। इस बार विधान सभा चुनाव में बसपा ने सबसे कम महिला प्रत्याशियों को मौका दिया जबकि बसपा सुप्रीमो खुद एक महिला ही है। अलीगढ़ सीट से रजिया खान चुनाव हार गई हैं। आगरा ग्रामीण सीट से किरण केसरी चुनाव हार गई हैं। खैर सीट से चारू केन हार गई हैं, ये पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तेजवीर सिंह गुड्डू की बहू हैं।
माधौगढ़ सीट से शीतल कुशवाहा हार गई हैं। इस सीट से भाजपा के मूल चंद्र जीत गए। जहूराबाद सीट से शादाब फातिमा हार गई हैं। कांग्रेस की बात करें तो इस बार प्रियंका गांधी ने लड़की हूं लड़ सकती हूं के स्लोगन के साथ सबसे ज्यादा महिला प्रत्याशियों 142 को चुनाव में उतारा था।
कांग्रेस ने ऐसी महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा जो अपने आप में काफी चर्चित हस्तियां रही हैं। लखीमपुर सीट से रितु सिंह चुनाव हार गई हैं। ये पहले सपा में थीं। स्याना सीट से पूनम पंडित चुनाव हार गई हैं, युवा चेहरा हैं। किसान आंदोलन के दौरान सोशल मीडिया पर तेजी से लोकप्रिय हुई थीं। उन्नाव रेप पीड़िता की मां आशा देवी चुनाव हार गई हैं। चर्चित बिकरू कांड से चर्चा में आई खुशी दुबे की बड़ी बहन नेहा तिवारी कल्याण पुर से चुनाव हार गई हैं। हस्तिनापुर सीट से अर्चना गौतम चुनाव हार गई हैं, ये मिस कॉस्मो वर्ल्ड 2018, मिस यूपी 2014 रह चुकी हैं।
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