लखीमपुर-खीरी: दो सौ अठासी करोड के बजट से होगा मेडिकल कालेज और अस्पताल के ध्वस्तीकरण का कार्य
लखीमपुर-खीरी,अमृतविचार। स्थानीय सैदापुर में बन रहे मेडिकल कालेज के निर्माण और जिला अस्पताल के ध्वस्तीकरण के कार्य के लिए विभाग ने पहले ही बजट एलाट कर दिया था। पहली किस्त रिलीज होने के बाद निर्माण कार्य के काम में तेज़ी आ गयी है वहीं जिला अस्पताल की पुरानी बिल्ड़िंग को तोड़ने की प्रकिया भी तेज …
लखीमपुर-खीरी,अमृतविचार। स्थानीय सैदापुर में बन रहे मेडिकल कालेज के निर्माण और जिला अस्पताल के ध्वस्तीकरण के कार्य के लिए विभाग ने पहले ही बजट एलाट कर दिया था। पहली किस्त रिलीज होने के बाद निर्माण कार्य के काम में तेज़ी आ गयी है वहीं जिला अस्पताल की पुरानी बिल्ड़िंग को तोड़ने की प्रकिया भी तेज कर दी गयी है।
मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य के लिए 58 करोड़ की पहली क़िस्त रिलीज कर दी गयी है जिसमें करीब 40 करोड़ रुपये खर्च भी किये जा चुके हैं। मार्च तक यह बजट खर्च करना होगा जिसके बाद अगली क़िस्त भेजी जाएगी। बता दें कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
वहीं मौजूदा समय में जिला अस्पताल परिसर की पुरानी और जर्जर बिल्डिंग को ध्वस्त करके 500 बेड के नए अस्पताल भवन का निर्माण कार्य भी होना है। इसको लेकर शासन ने 58 करोड़ की पहली किस्त भी जारी कर दी है। जिसमें मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य को लेकर अभी तक 40 करोड़ रुपये खर्च भी हो चुके हैं।
आज कल निर्माण कार्य के काम में काफी तेजी देखी जा रही है। वहीं जिला अस्पताल को भी तोड़ने की कवायद तेज कर दी गयी है। लगातार जिला अस्पताल प्रशासन औऱ कार्यदायी संस्था के अधिकारी आपस में वार्ता कर रहे हैं। मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य औऱ जिला अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को नष्ट करके पुनः भवन निर्माण के लिए 288.7095 करोड का बजट पास किया गया है। पहली किस्त की धनराशि समाप्त होने के बाद दूसरी क़िस्त जारी करने के लिए लिखापढ़ी की जाएगी।
अगर मार्च तक नहीं खर्च हुई धनराशि तो लैप्स हो जाएगी धनराशि
मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य को लेकर जारी पहली 58 करोड़ की किस्त की धनराशि यदि 31 मार्च तक उक्त धनराशि खर्च नहीं हो सही तो यह धनराशि शासन वापस ले लेगी। पूरे मामले की जानकारी देते हुए पीडब्ल्यूडी के एई मृत्युंजय सिंह ने बताया कि वैसे तो मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य काफी तेजी के साथ किया जा रहा है। मार्च के लास्ट तक यह धनराशि खर्च हो जाने की संभावना है। इतना ही नहीं यदि धनराशि रह भी जाएगी तो दोबारा प्रक्रिया करके धनराशि आवंटित करवा ली जाएगी।
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