बहराइच: रूपईडीहा का युवक यूक्रेन से पहुंचा दिल्ली, परिवार में दौड़ी खुशी की लहर
बहराइच। जिले के रूपईडीहा कस्बा निवासी अखिल त्रिपाठी यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहे थे। युद्ध होने के चलते सरकार द्वारा फ्लाइट से दिल्ली लाया गया है। शुक्रवार को अखिल के घर पहुंचने की संभावना है। रूस और यूक्रेन में बीते एक सप्ताह से युद्ध चल रहा है। इससे यूक्रेन में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्रों …
बहराइच। जिले के रूपईडीहा कस्बा निवासी अखिल त्रिपाठी यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहे थे। युद्ध होने के चलते सरकार द्वारा फ्लाइट से दिल्ली लाया गया है। शुक्रवार को अखिल के घर पहुंचने की संभावना है।
रूस और यूक्रेन में बीते एक सप्ताह से युद्ध चल रहा है। इससे यूक्रेन में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्रों और उनके परिवार की चिंता बढ़ गई थी। हालांकि केंद्र सरकार द्वारा छात्रों को देश लाया जा रहा है। इन्हीं में से बहराइच जिले के रूपईडीहा निवासी अखिल त्रिपाठी के वतन लौटने पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

रूपईडीहा निवासी अवनीश त्रिपाठी का बेटा अखिल त्रिपाठी यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए गया हुआ था। युद्ध के चलते गुरुवार को अखिल दिल्ली सकुशल पहुंच गया है। परिवार वालों ने यह भी बताया कि अखिल त्रिपाठी यूक्रेन क्रिकेट फेडरेशन की तरफ से क्रिकेट भी खेलता था। मीडिया कर्मियों को अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि अखिल त्रिपाठी बीते 5 वर्ष 9 महीने से एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन में रह रहा था। एमबीबीएस की पढ़ाई यूक्रेन में 6 वर्षों की होती है।
पांच वर्ष नौ महीने बीत जाने के बाद उसे मात्र तीन माह के बाद ही एमबीबीएस की डिग्री मिली जाती। लेकिन युद्ध के चलते डिग्री से पूर्व ही अवनीश त्रिपाठी को वापस आना पड़ा। अवनीश ने बताया कि भारत सरकार द्वारा भारतीयों को लाने के लिए जहाज भेजे जा रहे हैं। उसी क्रम में दो मार्च को आखिरी रेलवे स्टेशन से इन्हें रेस्क्यू किया गया और बसों द्वारा सुरक्षित स्थान भेजकर जलपान की व्यवस्था कराई गई।
वहीं से 30 बच्चों के ग्रुप में 3 तारीख को 3:45 पर पोलैंड फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे लाया गया है। जिसको लेकर परिवार के लोगों ने भारत सरकार की सराहना की है और उन्हें धन्यवाद दिया है। प्रशासन की तरफ से यूक्रेन में फंसे अखिल त्रिपाठी के परिवार के लोगो को सांत्वना देते हुए हर संभव प्रयास से बच्चे को घर लाने की तसल्ली दी जा रही थी।
