नैनीताल: यूक्रेन में फंसे नैनीताल नगर के चार छात्र-छात्राएं, परिजनों को सता रही हर पल चिंता
नैनीताल, अमृत विचार। नैनीताल नगर के भी चार छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। जो अपने देश लौटना चाहते हैं। कब उन्हें कोई वापस अपने घर ले जाने के लिए सहायता आ जाए, इस उम्मीद में वे अपने जरूरी सामान के साथ हर दम तैयार बैठे हुए हैं। आंखों की नींद भी गायब हो गई …
नैनीताल, अमृत विचार। नैनीताल नगर के भी चार छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। जो अपने देश लौटना चाहते हैं। कब उन्हें कोई वापस अपने घर ले जाने के लिए सहायता आ जाए, इस उम्मीद में वे अपने जरूरी सामान के साथ हर दम तैयार बैठे हुए हैं। आंखों की नींद भी गायब हो गई है। हर पल डर के साये में जी रहे हैं कि कब क्या हो जाए।
यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं के परिजनों को हर पल अपने बच्चों की कुशलता की फिक्र है। बार-बार फोन के जरिए बच्चों का हाल जानने में उनका पूरा दिन बीत जा रहा है। कब क्या हो जाए, इस बात का हर पल डर उन्हें सता रहा है। अचानक इंटरनेट और संचार सेवा बाधित हो जाने की चिंता भी उन्हें सता रही है। परिजनों ने शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनके बच्चों को सुरक्षित घर वापस लाया जाए।
मल्लीताल बाजार में दुकान चलाने वाले प्रेम सिंह बिष्ट का कहना है कि बेटी प्रेरणा को मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन भेजा था। मगर अब वहां के बिगड़ते हालातों ने उनकी चिंता को बढ़ा दिया है। वे ठीक से खा पी नहीं पा रहे। उनका कहना है कि अभी तो फोन से बात हो रही है, लेकिन इस बात का डर है कि कहीं इंटरनेट और संचार सेवायें भी बाधित हो गईं तो क्या होगा। प्रेरणा से शनिवार को सुबह फोन पर बात हुई तो वह बता रही थी कि नींद मुश्किल से आ रही है। वह अपने जरूरी कागजात, लैपटॉप और जूते पहनकर हर घड़ी अलर्ट मोड पर हैं कि कब यहां से भागना पड़े।
यूक्रेन के खारकी शहर में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रहीं आयुषी जोशी के पिता व बैंक कर्मी विवेक जोशी का कहना है कि बेटी की चिंता में नींद नहीं आ रही है, बेटी से बात हुई तो पता चला कि वहां के हालात काफी खराब हैं। सात सौ से आठ सौ लोग एक बंकर में छिपे हैं। हालात मुश्किल हो रहे हैं। सरकार से बस यही अपील है कि बच्चों की सकुशल घर वापसी हो। सरकार से यही आशा है।
होटल कर्मी प्रह्लाद रावत के बेटे राहुल रावत भी यूक्रेन के एक अस्पताल में पीडिएट्रीक सर्जन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बेटे से बात हुई तो पता चला कि हालात काफी खराब हैं। फिर भी अभी धैर्य रखना जरूरी है। उनके बेटे राहुल ने भी यूक्रेन का समर्थन करते हुए अपनी फेसबुक पोस्ट पर उसके ध्वज को सम्मान देते हुए लिखा है कि “यूक्रेन सबसे ऊपर”…।
उधर, पूर्व विधायक नारायण सिंह जंतवाल की बेटी उर्वशी भी यूक्रेन में है। उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। बताया कि बेटी से बातचीत हुई है वह सकुशल है, लेकिन वहां के हालात काफी चिंताजनक है। उर्वशी और उसके साथ फंसे उसके दोस्त भारतीय एंबेसी से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। ताकि जब भी मदद मिले तो तुरंत घर के लिए निकल पड़ें।
