बरेली: क्रिप्टोकरेंसी ब्लाक चेन इसमें हेरफेर संभव नहीं

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 बरेली, अमृत विचार। क्रिप्टोंकरेंसी एक स्टार्टअप है। यह कोई जुआं नहीं टेक्नालॉजी है। यह ब्लॉक चेन है। इसमें हेरफेर संभव नहीं है। कोई सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बंद नहीं कर सकती है। यह डिजिटल करेंसी है और दुनिया के 90 देश ब्लाकचेन का प्रयोग कर रहे हैं। यह बात सेन्ट्रल यूपी चैम्बर आफ कामर्स की जनरल …

 बरेली, अमृत विचार। क्रिप्टोंकरेंसी एक स्टार्टअप है। यह कोई जुआं नहीं टेक्नालॉजी है। यह ब्लॉक चेन है। इसमें हेरफेर संभव नहीं है। कोई सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बंद नहीं कर सकती है। यह डिजिटल करेंसी है और दुनिया के 90 देश ब्लाकचेन का प्रयोग कर रहे हैं। यह बात सेन्ट्रल यूपी चैम्बर आफ कामर्स की जनरल बॉडी मीटिंग में वक्ताओं ने कही।

एक होटल में हुए कार्यक्रम में बजट पर चर्चा भी की गई। इस दौरान क्रिप्टोकरेंसी के विशेषज्ञों ने इस करेंसी के बारे में विस्तार से बताया। डा. स्वतंत्र कुमार ने बताया कि अमेरिका में ज्यादातर लेनदेन डिजिटल होते हैं, केवल 8 फीसदी डॉलर ही कागजों में छपता है। क्रिप्टोकरेंसी फिजिकल लेजर्ड में रिकार्ड होते हैं। यह ब्लाक चेन है। यह पियर टू पियर आपरेट होती है। इसमें कहीं भी सरकार शामिल नहीं होती है। बताया कि ब्लॉक चेन बेहतर आइडिया है और पूरी तरह सुरक्षित सिस्टम है।

जितना लोग क्रिप्टोकरेंसी की आलोचना कर रहे हैं उतनी इसकी वैल्यू बढ़ रही है। कहा कि भविष्य अब इसी तरह की डिजिटली करेंसी का है। आटोमोबाइल कंपनी ब्लाकचेन में डीलिंग कर रही है। इसमें हेराफेरी की संभावना नहीं रहती है। उन्होंने यह भी कहा कि इसकी बढ़ती वैल्यू देखकर कोई भी व्यक्ति ज्यादा रकम इसमें नहीं लगाए।

अपनी कुल रकम का केवल एक फीसदी लगाकर इसमें प्रवेश कर सकते हैं ताकि हानि होने पर उसे सहन किया जा सके। कुशाग्र अग्रवाल ने कहा क्रिप्टोकरेंसी डीसेन्ट्रलाइज है। यह मनी नहीं टेक्नालॉजी है। बाजार में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी आ गई हैं। कोई भी नेटवर्क इसका हिस्सा बन सकता है। अवधेश महेश्वरी ने कहा कि यह तकनीक है और आगे बढ़ चुकी है।

सरकार ने इस पर बैन लगाया तो देश पिछड़ जाएगा। हम अब ब्लाक चेन के बिना आगे नहीं बढ़ सकते हैं। उन्होंने इसे भविष्य की टेक्नालॉजी बताया है। उन्होंने कहा कि इस पर ज्यादा टैक्स लगाना ठीक नहीं है। यह स्टार्टअप है। टैक्स लगाने से वचुअर्ल करेंसी को झटका लगा है। कहा कि अब इसे सरकार भी नहीं रोक पाएगी।

कार्यक्रम में अध्यक्ष राजेश गुप्ता, सीए रवीन्द्र अग्रवाल, सीए विनय कृष्ण, वीरेन्द्र स्वरूप, केबी अग्रवाल, आदित्य मूर्ति, डा. मनीश शर्मा, डा. नीरज सक्सेना,डा. एनएल शर्मा, उमेश धीरवानी, महेन्द्र अग्रवाल भी रहे। कार्यक्रम कैंट से भाजपा प्रत्याशी और चैम्बर के सदस्य संजीव अग्रवाल भी आए। उन्होंने बजट पर प्रतिक्रिया दी और अपने लिए सभी से वोट मांगकर अपने साथ साथ पड़ोसियों को भी मतदान जरूर कराने की बात कही।

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