लखीमपुर-खीरी: कमलापुर में घर-घर चस्पा पंपलेट रोड नहीं तो वोट नहीं, नाली, सड़क बना मुद्दा

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लखीमपुर-खीरी,अमृतविचार। विधानसभा का चुनाव हो चाहे नगरपालिका का। शहर के मोहल्ला कमलापुर के टिंबर वाली गली के लोगों की मांग पर हर बार वोट मांगने आने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थत सड़क, नाली और पानी निकास की समुचित व्यवस्था कराने का वादा तो करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वह मुड़कर पीछे नहीं देखते। …

लखीमपुर-खीरी,अमृतविचार। विधानसभा का चुनाव हो चाहे नगरपालिका का। शहर के मोहल्ला कमलापुर के टिंबर वाली गली के लोगों की मांग पर हर बार वोट मांगने आने वाले प्रत्याशी और उनके समर्थत सड़क, नाली और पानी निकास की समुचित व्यवस्था कराने का वादा तो करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वह मुड़कर पीछे नहीं देखते।

इससे नाराज टिंबर वाली गली के लोगों ने इस बार विधानसभा चुनाव में अपने दरवाजों पर पंपलेट चस्पाकर मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की है। पंपलेट में साफ शब्दों में लिखा है कि वोट मांगने के लिए नेता और उनके कार्यकर्ता संपर्क न करें।
गोला रोड पर बसे मोहल्ला कमलापुरी के वाशिंदे काफी समय से पानी निकास की समस्या से जूझ रहे हैं। जरा सी बरसात में यहां की एक टिंबर टिंबर वाली गली तालाब में तब्दील हो जाती है। हालात यह हो जाते हैं कि सड़कों का पानी लोगों के घरों में भर जाता है। सड़क के नाम पर लगा खड़ंजा भी क्षतिग्रस्त है।

खडंजे के दोनों तरफ नालियां तो बनी हैं, लेकिन महीनों इन नालियों की साफ-सफाई नहीं होती है। इससे नाली कूड़ा-करकट और गंदगी से बजबजाती रहती है। नालियों का गंदा पानी भी सड़कों पर कई फुट पानी भरने के कारण लोगों के घरों में पहुंचता है। नालियों से उठने वाली दुर्गंध से लोगों का जीना मुश्किल रहता होता है।

लंबे समय से इस गली और मोहल्ले के लोग सभासद के साथ ही सांसद, विधायक और चेयरमैन से भी अपना दुखड़ा सुना चुके हैं। कई बार लिखित शिकायतें कर प्रशासन से समस्या से निजात दिलाने की मांग भी की, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी। नतीजतन जलभराव, सड़क और नाली की समस्या लंबे समय से बरकरार है।

विधानसभा चुनाव में मोहल्ले के टिंबर वाली गली में रहने वाले लोगों ने नाली, सड़क, पानी निकास की व्यवस्था न होने तक मतदान न करने की घोषणा की है। लोगों ने अपने घरों के मुख्य दरवाजों और दीवारों पर इसका पंपलेट भी छापा है। जिसमें साफ शब्दों में लिखा गया है कि कृपया कोई भी राजनीतिक दल एवं नेता वोट के संबंध में संपर्क न करें। इस पंपलेट पर कमलापुर समस्या एवं सुझाव समिति भी लिखा है।

मतदान का बहिष्कार तो कैसे पूरा होगा 90 प्रतिशत मतदान का संकल्प
इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 90 प्रतिशत से अधिक हो। इसको लेकर जिला प्रशासन भी एडी से चोटी तक का जोर लगा रहा है। डीएम खुद जनता से सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों से 90 प्रतिशत से अधिक मतदान की अपील कर रहे हैं।

लोगों को इसका संकल्प भी दिला रहे हैं, लेकिन शहर के मोहल्ला कमलापुर, बाबूराम सर्राफनगर, रामनगर के लोगों ने अपनी समस्याअ ों के निदान न होने पर इस बार मतदान न करने का मन बनाया है। इसके इलावा श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों के लोग भी मतदान न करने की जिद पर अड़े हैं। ऐसे में जिले में 90 प्रतिशत मतदान का संकल्प कैसे पूरा होगा। इसको लेकर प्रश्न चिह्न खड़ा हो गया है।

सड़क के नाम पर खडंजा लगा है। वह भी काफी जीर्णशीर्ण हालत में हैं। नालियां चोक पड़ी हैं। जरा सी बरसात होती है तो नालियों का गंदा पानी सड़क पर भरै सैलाब के साथ घरों में भर जाता है। कई सालों से पानी निकास, सड़क और नाली को ठीक कराने की मांग की जा रही है, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इस वजह से मतदान न करने का संकल्प लिया है।
आशीष दीक्षित कमलापुर
टिंबर वाली गली का हाल बहुत खराब है। हालत यह है कि पैदल भी नहीं निकला जा सकता। चुनाव में नेता वादा तो करते हैं। चुनाव जीतने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखते। हर बार यहां के लोग आश्वासन के नाम पर छले जाते हैं। कई बार प्रशासन को भी अवगत काराया गया, लेकिन कोई नहीं सुनता है। इसलिए हम लोग इस बार मतदान का बहिष्कार करेंगे।
अनुराग श्रीवास्तव, कमलापुर
हर बार हम लोग छले जाते हैं। नेता चुनाव जीतने के बाद दोबारा झांकने तक नहीं आते। हम लोग नारकीय जीवन बीताने के लिए विवश हैं। जब तक इस गली में सड़क नहीं बनती है। नालियां ठीक नहीं की जाती हैं और जल भराव से निजात नहीं मिलती है। तब तक चुनाव चाहे लोकसभा, विधानसभा का हो या जिला पंचायत चाहे नगरपालिका का। हम लोग मतदान का हर चुनाव में बहिष्कार करेंगे।
शिवम अवस्थी, कमलापुर
जलभराव और क्षतिग्रस्त नालियों के कारण हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालात यह है कि जरा सी बूंदाबांदी के बाद कीचड़ के कारण पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। कई बार हम लोगों ने समस्या का निस्तारण कराने के लिए मांग उठाई। डीएम को भी प्रार्थना पत्र दिए गए, लेकिन किसी ने समस्या का निस्तारण नहीं किया।
शोभित मिश्रा, कमलापुर

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