बरेली: 37 साल से कांग्रेस को भोजीपुरा में जीत का इंतजार
बरेली, अमृत विचार। कांग्रेस को भोजीपुरा विधानसभा में 37 साल से पड़े सूखे को खत्म करने का इंतजार है। 37 साल से अभी तक कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी भोजीपुरा विधानसभा से अपनी जीत दर्ज नहीं करा सका है। 1985 में कांग्रेस के टिकट पर आखिरी बार नरेन्द्रपाल सिंह चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इस …
बरेली, अमृत विचार। कांग्रेस को भोजीपुरा विधानसभा में 37 साल से पड़े सूखे को खत्म करने का इंतजार है। 37 साल से अभी तक कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी भोजीपुरा विधानसभा से अपनी जीत दर्ज नहीं करा सका है। 1985 में कांग्रेस के टिकट पर आखिरी बार नरेन्द्रपाल सिंह चुनाव जीतकर विधायक बने थे। इस बार कांग्रेस ने सरदार खां को अपना प्रत्याशी बनाया है। तो भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक बहोरन लाल मौर्य और बसपा ने योगेश पटेल पर दांव लगाया है।
भोजीपुरा विधानसभा चुनाव में 1957 में हुए चुनाव में कांग्रेस के बाबूराम ने जीत हासिल की थी। उसके बाद 1962 में जनसंघ के हरीश कुमार गंगवार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। उसके बाद फिर से 1967 में भारतीय जनसंघ के हरीश कुमार गंगवार ने जीत हासिल की। 1969 के चुनाव में कांग्रेस के भानुप्रताप सिंह चुनाव जीते लेकिन अगले चुनाव 1974 में भारतीय जनसंघ के हरीश गंगवार ने फिर एक बार अपना जीत का परचम लहराया। उसके बाद 1977 में निर्दलीय हामिद रजा खान ने जीत दर्ज की।
1980 में कांग्रेस ने एक बार फिर वापसी की और भानुप्रताप सिंह चुनाव जीते। उसके बाद 1985 में कांग्रेस के नरेंद्र पाल विधायक बने। उसके बाद से ही कांग्रेस इस सीट पर जीत के लिए संघर्ष कर रही है। 1989 में नरेन्द्र पाल सिंह ने जनता दल से अपनी किस्मत अजमाई जिसमें वह विजेता रहे। 1991 में भाजपा के कुंवर सुभाष पटेल ने पहली बार जीत दर्ज कर भाजपा के खाते में सीट डाली। फिर 1993 में सपा के हरीश गंगवार विजेता हुए थे लेकिन 1996 के चुनाव में भाजपा के बहोरन लाल मौर्य ने इस सीट पर अपनी जीत दर्ज की।
2002 में सपा के वीरेंद्र सिंह गंगवार विजेता बने। वहीं 2017 में बसपा के शहजिल इस्लाम ने जीत का परचम लहराया। उसके बाद अगला चुनाव 2012 में वह आईएमसी के टिकट पर लड़े और जीत गए। हालांकि बाद में सपा में शामिल हो गए लेकिन 2017 में शहजिल इस्लाम अंसारी भाजपा के बहोरन लाल मौर्य से हार गए। अब 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सरदार खां को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं सपा ने पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम पर अपना भरोसा कायम रखा है। तो भाजपा ने मौजूदा विधायक बहोरन लाल मौर्य बसपा से योगेश पटेल भी अपना नामंकन कराकर चुनावी रण में उतर चुके हैं।