यूपी चुनाव 2022: मुख्यमंत्री योगी का दावा, इस बार भी सौ का आंकड़ा नहीं पार कर पाएगी सपा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा 300 प्लस के साथ एक बार फिर प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी, समाजवादी पार्टी 100 का आंकड़ा भी क्रास नहीं कर पाएगी। सपा, बसपा, कांग्रेस समेत निर्दलीय सौ के नीचे ही रहेंगे। उन्होंने कहा 2014 से शुरू हुई 80 बनाम 20 की लड़ाई 2022 में जारी रहेगी। …
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा 300 प्लस के साथ एक बार फिर प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी, समाजवादी पार्टी 100 का आंकड़ा भी क्रास नहीं कर पाएगी। सपा, बसपा, कांग्रेस समेत निर्दलीय सौ के नीचे ही रहेंगे। उन्होंने कहा 2014 से शुरू हुई 80 बनाम 20 की लड़ाई 2022 में जारी रहेगी। 20 फीसदी लोग भाजपा के आने से इसलिए भयभीत हैं, क्योंकि इन लोगों ने प्रदेश को लूट-खसोट, दंगा कराने का जो सपना देखा था, उसे प्रदेश की जनता चकनाचूर कर देगी।
एक टीवी न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा 2012 में सरकार बनते ही सपा ने आतंकवादियों से मुकदमा वापस लेने की कार्यवाही की थी, रामभक्तों पर गोली चलवायी। दंगे-फसाद, लूट-खसोट करना, बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करना, कांशीराम के नाम से जुड़े संस्थानों का नाम बदलने वाली सपा से जनता को कोई उम्मीद नहीं है। सपा की संवेदना माफिया, पेशेवर अपराधियों, उपद्रवियों और कैराना में हिन्दुओ को पलायन कराने वाले तत्वों के साथ है।
सपा-रालोद गठबंधन से भाजपा भयभीत नहीं
सपा-रालोद गठबंधन के सवाल पर भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी ने कहा कि इन दलों ने 2014 और 2017 में भी गठबंधन किया था। 2019 का गठबंधन सबसे बड़ा था जिसमें सपा, बसपा और रालोद भी शामिल रही, परिणाम क्या रहा? जीरो प्लस जीरो, जीरो ही रहेगा।
लखीमपुर में वर्ग संघर्ष की थी साजिश
लखीमपुर के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी । सरकार ने कार्रवाई की । तथ्यों को एकत्र करने में समय लग सकता है, लेकिन विपक्ष उस दौरान संघर्ष की स्थिति पैदा करना चाहता था। हमारे लिए सबसे पहले शांति और सौहार्द कायम कर दोनों समुदायों में विश्वास अर्जित करना और फिर नियमानुसार कार्रवाई करना था। सरकार ने कानून के अनुसार जो कार्रवाई हो सकती थी, उसे आगे बढ़ाया। हां सरकार किसी को अराजकता, दंगा फसाद की छूट नहीं दे सकती है।
अपर्णा चार साल से भाजपा के संपर्क में
मुलायम सिंह यादव की पुत्र बहू अपर्णा यादव के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चार साल से भाजपा के संपर्क में थीं और पार्टी में आने को उत्सुक थीं। सरकार के कार्यों के साथ ही सामाजिक कार्यों में उनकी सोच पाजीटिव रही है । मिशन शक्ति की खुलकर प्रशंसा की थीं। रामजन्मभूमि मंदिर के लिए चंदा भी दिया था ।
वंशवाद नहीं बल्कि राजनीतिक दल है भाजपा
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा वंशवादी और पारिवारिक दल नहीं अपितु एक राजनीतिक दल है। यहाँ लोग भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता लेते हैं और काम करते हैं। कोई टिकट का वायदा लेकर नहीं आता है। पार्टी को लगता है कि वह व्यक्ति पार्टी और समाज के लिए उपयोगी हो सकता है तो अवसर देती है। कोई कहे कि आज ही शामिल और सब कुछ बना दिया जाए, यह चीजें कम देखने को मिलती हैं। जबकि सपा एक परिवार की पार्टी है, जिसका मुखिया, पदाधिकारी और कार्यकारिणी में परिवार का सदस्य ही दिखेगा। यह भाजपा और सपा में अंतर है। भाजपा की वैचारिक प्रतिबद्धता है। इन्ही मुद्दों पर हम लोग सार्वजनिक जीवन में काम करते हैं।
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