बरेली: जहां पहले से है पाइप लाइन, वहीं दोबारा बिछा दी

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बरेली,अमृत विचार। सुफीटोला में पानी की पाइप लाइन बिछाने के नाम पर लाखों रुपये ठिकाने लगाने का मामला सामने आया है। वार्ड-78 में उन जगहों पर भी नई पाइप लाइन डाली जा रही है, जहां पूर्व में पाइप लाइन बिछी हुई है। उससे घरों में टंकी के कनेक्शन भी हैं। हालांकि, वार्ड में कई ऐसी …

रेली,अमृत विचार। सुफीटोला में पानी की पाइप लाइन बिछाने के नाम पर लाखों रुपये ठिकाने लगाने का मामला सामने आया है। वार्ड-78 में उन जगहों पर भी नई पाइप लाइन डाली जा रही है, जहां पूर्व में पाइप लाइन बिछी हुई है। उससे घरों में टंकी के कनेक्शन भी हैं। हालांकि, वार्ड में कई ऐसी जगह भी हैं, जहां पाइप लाइन हैं ही नहीं या फिर वे बहुत पुरानी होने के साथ चोक हैं। ठेकेदार इस गलती को जलकल विभाग पर डालकर बचाव कर रहा है।

जलकल विभाग के महाप्रबंधक के मामले के संज्ञान में आने के बाद पाइप लाइन बिछाने के काम को रुकवा दिया गया है। जबकि, 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है।

जलकल विभाग ने वार्ड-78 सूफीटोला में कई जगहों पर पानी की पाइप लाइन बिछाने की जरूरत बताई थी। इसके लिए करीब 1200 मीटर पानी की पाइप लाइन बिछाने का टेंडर लगभग सात लाख रुपये की लागत से प्रमोद सेनेटरी स्टोर नाम की फर्म को दिया गया। ठेकेदार ने काम शुरू कराया और करीब 900 मीटर पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा भी कर लिया लेकिन जलकल विभाग के इंजीनियरों ने मौके पर पहुंचकर यह देखने की जहमत नहीं उठाई कि वार्ड में जिन जगहों पर पाइप लाइन बिछाई जा रही है, वहां पूर्व में पाइप लाइन बिछी तो नहीं है।

जलकल विभाग की लापरवाही से ठेकेदार ने कई ऐसी जगहों पर पानी की नई लाइन बिछा दी, जहां पहले से ही पाइप लाइन थी और उससे लोगों के घरों के टंकी के कनेक्शन भी थे। लोगों का कहना है कि उनके यहां पानी की सही सप्लाई भी आ रही है। इसी मामले को लेकर जलकल विभाग के महाप्रबंधक राजेश कुमार यादव के पास भी वार्ड के कुछ लोगों ने यह मामला पहुंचाया कि वार्ड में डॉ. जाकिर हुसैन मेमोरियल स्कूल के पास जिस एक गली में पानी की पाइप लाइन को बिछाया जा रहा है, वहां पहले से ही लाइन है। इसके बाद महाप्रबंधक ने तत्काल नई पाइप लाइन के बिछाने का काम रुकवाकर जांच के बाद ही आगे की पाइप लाइन बिछाने की बात कही है।

अधिकांश पाइप लाइन बिछ चुकी, अब क्या होगी रिकवरी
-इस मामले को लेकर सवाल यह है कि ठेकेदार पहले ही लगभग 80 फीसदी पानी की लाइन को बिछा चुका है तो अब गड़बड़ी मिलती है तो क्या विभाग ठेका लेने वाली फर्म पर वसूली करते हुए रिकवरी की कार्रवाई करेगी? जबकि ठेकेदार प्रमोद खंडेलवाल यह कहते हुए बचाव कर रहे हैं कि जलकल विभाग ने उन्हें जिन जगहों को चिन्हित करके दिया है, वहीं पाइप लाइन बिछाने का काम कराया जा रहा है। अगर विभाग चाहे तो दूसरी जगह लाइन बिछवा सकता है। कुल मिलाकर इस गड़बड़ी से सरकार की लाखों की रकम बर्बाद होने के साथ इस प्रोजेक्ट से जो फायदा मिलना चाहिए था, वो जनता को नहीं मिल सका है।

मंडलायुक्त तक पहुंचा पाइप लाइन बिछाने में घपला
-सूफीटोला में बिछाई जा रही पानी की पाइप लाइन में घपलेबाजी का मामला मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार तक पहुंच गया है। शिकायत पहुंची है कि सूफीटोला वार्ड में पाइप लाइन बिछाने में केवल डेढ़ फुट गहराई में खुदाई हो रही है। इसके अलावा पाइप लाइन भी मानक के अनुसार नहीं है। पाइप लाइन न्यूनतम 10 किलोग्राम प्रति घन सेंटीमीटर होना चाहिए, जबकि इसके मानक का उल्लंघन किया जा रहा है इसके अलावा जिन जगहों पर पहले से पाइप लाइन है, वहीं पर दोबारा पाइप लाइन बिछाकर बजट को बर्बाद किया जा रहा है। मंडलायुक्त से इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की गई है।

इस प्रकरण की मेरे पास शिकायत पहुंची थी। मैंने काम को रुकवा दिया। मौके पर जेई को भेजकर दिखवाया जाएगा कि मामला क्या है? इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी।
-राजेश कुमार यादव, महाप्रबंधक, जलकल विभाग

वार्ड में कई जगहों पर पुरानी व टूटी पानी की पाइप लाइन है, वहां दोबारा लाइन बिछाई जा रही है। मैं बाहर हूं, इसलिए वापस आने पर ही मामला क्या है? इसके बारे में पूरी जानकारी दे सकता हूं।
-मोहम्मद अंजूम, पार्षद, सूफीटोला

 

 

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