मुरादाबाद : विधानसभा चुनाव में खुली टीकाकरण में गंभीरता की पोल, लापरवाह कर्मियों का रोका गया वेतन
मुरादाबाद, अमृत विचार। कोविड टीकाकरण अभियान में एएनएम व आशा वर्कर्स की लापरवाह कार्यशैली की पोल विधानसभा चुनाव के दौरान खुल रही है। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष द्वारा एकीकृत कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर से शनिवार सुबह साढ़े सात बजे कराई गई उपस्थिति की जांच में अधिकांश कर्मी केंद्र से नदारद मिले। इस पर उनका …
मुरादाबाद, अमृत विचार। कोविड टीकाकरण अभियान में एएनएम व आशा वर्कर्स की लापरवाह कार्यशैली की पोल विधानसभा चुनाव के दौरान खुल रही है। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष द्वारा एकीकृत कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर से शनिवार सुबह साढ़े सात बजे कराई गई उपस्थिति की जांच में अधिकांश कर्मी केंद्र से नदारद मिले। इस पर उनका का मानदेय और वेतन रोक दिया गया। उनकी सूची उनके विभागाध्यक्षों को भेजी गई है।
13 जनवरी को प्राधिकरण के उपाध्यक्ष मधुसूदन हुल्गी ने सुबह 7.30 बजे उपस्थिति जांच के लिए कलेक्ट्रेट स्थित एकीकृत कोविड कंट्रोल सेंटर से जब केंद्रों पर फोन कराया तो आशा, एएनएम के अलावा पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी कर्मी अनुपस्थित पाए गए। इस दिन भोजपुर में 25 में से पांच, बिलारी में 24 में से 10, डिलारी में 36 में से 14, कांठ सीएचसी के अंतर्गत 30 में 13, कुंदरकी में 29 में 19, मूंढपांडे 30 में 18, ताजपुर 32 में 11 और ठाकुरद्वारा में 21 में से 17 टीकाकरण के लिए लगे कर्मी ही समय से काम पर उपस्थित मिले थे।
उपस्थिति के फैक्ट चेक से कोरोना टीकाकरण में कर्मियों की लापरवाह कार्यशैली उजागर होने पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने सभी का वेतन रोकने का आदेश दिया था। इस क्रम में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. दीपक वर्मा ने स्वास्थ्य विभाग के अलावा विभागों के विभागाध्यक्षों को अनुपस्थित कार्मिकों की सूची भेज दी है। कहा है कि पहले से जानकारी देने के बाद भी समय से अपने टीकाकरण केंद्र पर न पहुंचना ड्यूटी के प्रति लापरवाही और अनुशासनहीनता है। जिला प्रशासन से विधानसभा चुनाव में ड्यूटी पर लगे कार्मिकों की सूची में शामिल कर्मचारियों-अधिकारियों को टीका लगाया जा रहा है।
