बरेली: जेई का घेराव, नगर निगम ने कराई रोड की मरम्मत
बरेली, अमृत विचार। वार्ड-40 सहसवानी टोला में तीन महीने से अधूरी पड़ी सड़क की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। मंगलवार को नगर निगम की एक अवर अभियंता मौके पर पहुंची तो स्थानीय लोगों ने उनका घेराव कर लिया। लोगों के विरोध के बाद नगर निगम ने लोगों को फौरी राहत देने के लिए …
बरेली, अमृत विचार। वार्ड-40 सहसवानी टोला में तीन महीने से अधूरी पड़ी सड़क की मरम्मत का काम शुरू हो गया है। मंगलवार को नगर निगम की एक अवर अभियंता मौके पर पहुंची तो स्थानीय लोगों ने उनका घेराव कर लिया। लोगों के विरोध के बाद नगर निगम ने लोगों को फौरी राहत देने के लिए सड़क पर बजरी और रेता डलावाकर उसे चलने लायक बना दिया है। इसके बाद एक्सईएन ने भी मौके पर पहुंचकर लोगों को सड़क का निर्माण जल्द कराने को लेकर आश्वस्त किया है।
सहसवानी टोला में करीब 700 मीटर सड़क का निर्माण 30 लाख रुपये से कराया जाना है। नगर निगम ने इस सड़क का निर्माण तीन हिस्सों में कराए जाने की मंजूरी दी थी। सड़क के एक हिस्से रामनिवास के मकान से कन्हैयालाल के मकान तक के निर्माण के लिए करीब 13 लाख रुपये का टेंडर पास किया था। इस सड़क का सीसी निर्माण कराने के लिए कांट्रेक्टर गुलाम गौस को वर्कऑर्डर तक जारी किए गए, लेकिन सड़क निर्माण करीब तीन महीने से लटका है।
सहसवानी टोला के स्थानीय पार्षद हरिओम कश्यप ने कई बार इस सड़क के निर्माण को लेकर की जा रही देरी की शिकायत नगर निगम में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार को नगर निगम की अभियंता वीना मौर्य के पहुंचते ही स्थानीय लोगों ने घेराव कर लिया। लोगों के विरोध को देखते हुए सड़क पर रेता और बजरी डालकर उसे चलने लायक कर दिया गया है। इसके बाद एक्सईएन संजीव प्रधान ने भी जेई के साथ मौके पर पहुंचकर वार्ड की सड़कों का निरीक्षण किया। इस दौरान गैस पाइप लाइन बिछाने के दौरान बगैर अनुमति के सड़क खुदाई देख उन्होंने एजेंसी के सामान को जब्त कर लिया।
अब चुनाव बाद ही होंगे सड़क के बाकी हिस्से के टेंडर
सहसवानी टोला में इस सड़क का निर्माण तीन टुकड़ों में टेंडर कराकर शुरू कराया जाना है लेकिन इसमें एक ही हिस्से का टेंडर हुआ है। अब आचार संहिता लग चुकी है। इसलिए बाकी हिस्से के टेंडर चुनाव बाद ही होंगे।
वर्जन-
सहसवानी टोला में जेई के साथ सड़क का निरीक्षण किया। सड़क की मरम्मत करा दी गई है। साथ ही सड़क के एक हिस्से के काम का टेंडर हो चुका है, उसका निर्माण जल्द होगा। -संजीव प्रधान, पर्यावरण अभियंता, नगर निगम
