मुरादाबाद : साइकिल की निर्वाध दौड़ा का इम्तिहान लेगा समय का पहिया
आशुतोष मिश्र/मुरादाबाद, अमृत विचार। स्थापना काल से बिलारी में दौड़ रही सपा की साइकिल अबकी आगे बढ़ेगी या ठहर जाएगी, यह समय के हाथ में है। पहले चुनाव में बसपा ने सपा को सीधी टक्कर दी थी। लेकिन, जीत का सेहरा सपा उम्मीदवार मोहम्मद इरफान के सिर बंधा। भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों को हाथ …
आशुतोष मिश्र/मुरादाबाद, अमृत विचार। स्थापना काल से बिलारी में दौड़ रही सपा की साइकिल अबकी आगे बढ़ेगी या ठहर जाएगी, यह समय के हाथ में है। पहले चुनाव में बसपा ने सपा को सीधी टक्कर दी थी। लेकिन, जीत का सेहरा सपा उम्मीदवार मोहम्मद इरफान के सिर बंधा। भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों को हाथ मलना पड़ गया था।
मुस्लिम मतदाता यहां निर्णायक स्थिति में है। सड़क हादसे में पहले निर्वाचित विधायक मोहम्मद इरफान की मौत के बाद 2016 में बेटे मोहम्मद फहीम को लोगों ने सहानुभूति की लहर में विधायक बनाया। 2017 के चुनाव में फहीम ने भाजपा के उम्मीदवार सुरेश सैनी को 10 हजार से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया।
अबकी सपा की साइकिल दौड़ेगी, भाजपा का कमल खिलेगा, बसपा का हाथी दौड़ेगा या कांग्रेस का पंजा प्रभावी होगा यह कहना मुश्किल है। बसपा ने अनिल चौधरी को मैदान में उतारा है। सपा विधायक के टिकट पर कोई संशय नहीं है। जबकि भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों का ऐलाना बाकी है।
अतीत के गलियों से बिलारी का इतिहास
विधान सभा क्षेत्र का निधार्रण 2008 में हुआ। पहला चुनाव 2012 में हुआ। तब समाजवादी पार्टी के मोहम्मद इरफान ने बसपा के लाखन सिंह सैनी को मात दी थी। भाजपा के सुशील कुमार तीसरे नंबर पर रहे थे। मोहम्मद इरफान को 55694 वोट मिले थे और लाखन सिंह सैनी को 54154 मत से संतोष करना पड़ा था। साल 2016 में विधायक इरफान की सड़क हादसे में मौत हो गई। उप चुनाव मई 2016 में इनके बेटे मोहम्मद फहीम विजयी हुए। 2017 के चुनाव में फहीम से भाजपा के सुरेश सैनी लड़े और पराजित हो गए। बसपा ने ऐन वक्त पर अनिल चौधरी का टिकट काट पर ऋषिपाल सिंह को मैदान में उतारा था। तब अनिल चौधरी ने रालोद के निशान पर जाल ठोंकी थी। अब ऋषिपाल भाजपा में हैं और बसपा ने अनिल चौधरी को मौका दिया है।
बिलारी की मौगोलिक बनावट
बिलारी जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है। नगर संभल जिले के चंदौसी नगर से 19 किलोमीटर उत्तर और संभल जिला मुख्यालय से 26 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। बिलारी नगर पूर्व में 2.5 किलोमीटर, पश्चिम में दो किलोमीटर, उत्तर में दो किलोमीटर तथा दक्षिण में 1.5 किलोमीटर तक फैला है। तहसील में 342 गांव हैं।
यह है क्षेत्र की पहचान
क्षेत्र की करीब आधी आबादी का मुख्य व्यवसाय कृषि है। इसके अतिरिक्त बुनकर, सूती कपड़ा, दरी, चादर बुनने से जुड़े कार्य भी यहां होते हैं। समीपवर्ती क्षेत्रों में ईंट और गुड़ उद्योग प्रचूर मात्रा में होते हैं। यहां पिपरमेंट के तेल का कारोबार भी अपनी जड़े जमा रहा है। गन्ना इस क्षेत्र का प्रमुख उत्पाद है। पहले इस क्षेत्र में अधिकांश भू-भाग पर कपास की खेती होती थी। इसकी सारी खपत चंदौसी की रूई मिल में होती थी।
पार्टी उम्मीदवार का नाम कुल वोट
सपा मोहम्मद फईम 85,682
भाजपा सुरेश सैनी 72,241
बसपा ऋषिपाल सिंह 60,976
पीस आरिफ हुसैन 2,666
रालोद अनिल चौधरी 2,493
आईएनडी योगेंद्र सिंह 1,278
नोटा – 1,123
आईएनडी रतनपाल 790
आईएनडी वसीम अहमद 704
आईएनडी मोहसिन कमाल 306
बीएसआरडी हरि सिंह 269
आईएनडी दिनेश शर्मा 220
बीएमएफ विजय सिंह 218
आईएनडी अनंदी 150
