लखीमपुर-खीरी: साल गुजर गया जनता को नहीं मिल सके तीन थाने

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। नए वर्ष पुलिस महकमे के लिए उम्मीदों से काफी भरा होगा। वजह है भौगौलिक दृष्टि से प्रदेश का सबसे बड़े जिले लखीमपुर-खीरी को कि वर्ष 2020 में दो थानों, एक मॉर्डन महिला थाना व एक महिला बैरक की सौगात मिली थी। अफसरों, पुलिसकर्मियों के साथ ही जनता को भी उम्मीद थी। यह …

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। नए वर्ष पुलिस महकमे के लिए उम्मीदों से काफी भरा होगा। वजह है भौगौलिक दृष्टि से प्रदेश का सबसे बड़े जिले लखीमपुर-खीरी को कि वर्ष 2020 में दो थानों, एक मॉर्डन महिला थाना व एक महिला बैरक की सौगात मिली थी। अफसरों, पुलिसकर्मियों के साथ ही जनता को भी उम्मीद थी। यह नवनर्मित थाने वर्ष 2021 में पुलिस महकमे को मिल जाएंगे, लेकिन यह थाने अभी चालू नहीं हो सके हैं। वर्ष 2020 में शासन ने जिले की पुलिस चौकी पढुआ और पलिया कोतवाली की पुलिस चौकी मझगईं को थानों की सौगात दी थी। इसके अलावा पलिया में महिला मॉर्डन थाना भी मिला।

पुलिस लाइन में नवीन महिला बैरक सहित तीनों थानों के निर्माण का कार्य भी तेजी से शुरू हुआ। उम्मीद थी कि नए साल यानी 2021 में यह तीनों थानें लखीमपुर खीरी पुलिस के बेड़े में शामिल हो जाएंगे, लेकिन यह आस पूरी नहीं हो सकी है। हां इतना जरूर हुआ पुलिस लाइन में नवनिर्मित महिला बैरक जरूर महिला पुलिसकर्मियों को मिल गई। वर्ष 2022 में तीनों थानों के लखीमपुर खीरी पुलिस के बेडे में शामिल होने की उम्मीद पुलिस विभाग को है।

दो एएसपी के पदों को भी नहीं मिली स्वीकृत
भौगोलिक द्षिट से जिला काफी बड़ा है। काफी समय से जिले में दो एएसपी की तैनाती की मांग भी चली आ रही है। पूर्व में तैनात रहे पुलिस अधीक्षकों ने बकायदा इसका प्रस्ताव भी शासन को भेजा था। दो साल पहले जिले में दो एएसपी भी तैनात किए गए थे। एक को पूर्वी तो दूसरे को पश्चिमी क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है।

बतौर एएसपी तैनात प्रशिक्षु आईपीएस प्रशांत कुमार के तबादले के बाद से यहां एक ही एएसपी तैनात है। उम्मीद थी कि इस साल जिले में एक और एएसपी का पद सृजित हो जाएगा, लेकिन शासन को भेजे गए प्रस्ताव पर अभी तक कोई अमल न होने से दूसरा एएसपी का पद नहीं मिल सका। अब नए विभाग को नए साल से उम्मीद है।

यूपी कॉप पर चल रहा पढुआ और मार्डन महिला थाना
जिले में नवसृजित थाना पढुआ और महिला मार्डन थाना भले ही जनता को अभी समर्पित नहीं हो सका है, लेकिन पुलिस के यूपी कॉप पर दोनों थाने दर्ज हैं। पढुआ थाना थाना निघासन और धौरहरा क्षेत्र के कुछ गांवों को जोड़कर बनाया गया है। थाना न होने के कारण पढुआ चौकी क्षेत्र के लोगों को करीब 40 किलोमीटर दूर निघासन जाना पड़ता था। वहीं जिला मुख्यालय पर सिर्फ एक महिला थाना होने के कारण पलिया, निघासन और गोला क्षेत्र की पीड़ित महिलाओं को काफी दिक्कतें उठानी पड़ती थीं। अब इस थाने के बनने से उन्हें करीब सवा सौ किलोमीटर जिला मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा।

खाकी पर भी होते रहे हमले
गुजरा साल पुलिस के लिए कोई खास अच्छा नहीं रहा। पुलिस पर हमले की घटनाएं होती रहीं। हालांकि पुलिस ने सभी घटनाओं में कड़ी कार्रवाई भी की। बेलरायां में वन माफिया को पकड़े गई तिकुनियां पुलिस के साथ हाथापाई हुई। नौ दिसंबर को शहर के मोहल्ला कमलापुर में संदिग्धों को पकड़ने गई संकटा देवी पुलिस टीम पर भी हमला हुआ। थाना फूलबेहड़ क्षेत्र में आठ दिन पहले मकान का छज्जा निकालने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था।

जिसमें मौके पर पहुंची पीआरवी और पुलिस टीम के साथ लोगों ने हाथापाई की थी और ईंट-पत्थर फेंके थे। पुलिस ने इस मामले में ग्राम प्रधान समेत 34 लोगों को गिरफ्तार किया था। इससे चार दिन पहले थाना खीरी के गांव मूसेपुर में अवैध शराब पकड़ने गई थाना खीरी पुलिस और आबकारी की संयुक्त टीम पर हमला हुआ था। इस हमले में पुलिस महिला समेत दो आरोपियों के गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

हत्याओं से थर्राया दिसंबर, हुई नौ लोगों की हत्या

तीन दिसंबरः कोतवाली मोहम्मदी क्षेत्र के गांव रछैला बाजिदपुर निवासीआदेश (22) की चाकुओं से गोदकर हत्या।
चार दिसंबरः धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के गांव नरैना बाबा के पास धौरहरा कसबे के शुक्ला वार्ड निवासी लखन नाग की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी, उसका शव पेड़ से लटका मिला था। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया।

छह दिसंबरः को धौरहरा कोतवाली के पकरियापुरवा गांव में शक्की पति ने पत्नी कांती देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
आठ दिसंबरः को दो हत्याएं हुईं। थाना भीरा क्षेत्र में 70 वर्षीय काशीराम की सिलबट्टे से कूचकर हत्या की गई। थाना फरधान क्षेत्र में दीवार पर पेशाब करने को लेकर हुए विवाद में राजेंद्र को बेरहमी से मार डाला गया।

16 दिसंबरः को महेवागंज के गांव त्रिकोलिया में आदेश (22) की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

18 दिसंबरः को रामापुर पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव रसौरा निवासी संदीप की संदिग्ध हालात में मौत, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर हंगामा किया।

24 दिसंबरः थाना नीमगांव में गांव पिपरीकलां निवासी सुनील की हत्या कर दी गई। इसी दिन निघासन थाना क्षेत्र के गांव पचपेड़ा निवासी शिवकुमार की हत्या हुई।

थाना पढुआ और महिला मॉडर्न थाना पलिया का कार्य प्रगति पर है। दोनों थाने नए साल में ही जल्द शुरू हो जाएंगे। पिछले साल की अपेक्षा इस बार अपराधों में काफी गिरावट आई है। -संजीव सुमन, एसपी

संबंधित समाचार