माहौल बिगाड़ने की साजिश
गुरुवार को लुधियाना की जिला अदालत परिसर में हुए धमाके के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही देश और पंजाब विरोधी ताकतें माहौल खराब कर रही हैं। घटना में दो लोगों की मौत हो गई। जब विस्फोट हुआ तब जिला अदालत काम कर रही थी। उन्होंने कहा कि पहले बेअदबी …
गुरुवार को लुधियाना की जिला अदालत परिसर में हुए धमाके के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही देश और पंजाब विरोधी ताकतें माहौल खराब कर रही हैं। घटना में दो लोगों की मौत हो गई। जब विस्फोट हुआ तब जिला अदालत काम कर रही थी। उन्होंने कहा कि पहले बेअदबी के जरिए पंजाब में गड़बड़ी की कोशिश की गई, उसमें कामयाब नहीं हुए। अब इस तरह की हरकत की जा रही है। इसको लेकर सरकार सतर्क है और लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए।
पंजाब में सीमा पार से नशा और हथियार तस्करी के मामलों के कारण अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। इसके बावजूद प्रदेश में सीमापार से आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिश लगातार की जा रही हैं। षड्यंत्रों को पाकिस्तान से लगातार समर्थन मिलता रहा है और विदेशों में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों का कट्टरपंथी तबका इसमें लगा रहता है। पंजाब में लोगों ने लंबे समय तक आतंकवाद का दौर देखा है। इसलिए आम पंजाबी नहीं चाहेगा कि उस दौर की वापसी हो।
देश विरोधी तत्व किसी न किसी तरीके से इस कोशिश में हैं कि वहां आतंकवाद को दोबारा जिंदा किया जाए। 2016-17 में पंजाब के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग समय जिन आठ लोगों को निशाना बनाकर हत्या की गई थी, उसमें विदेशों में रहने वाले सिखों की संलिप्तता थी, संसाधन और पैसा भी वहीं से आया था। विदेशों में जो कट्टरपंथी सिख लोग हैं, उन्हें पाकिस्तान से लगातार समर्थन मिलता है। गत अगस्त माह में पंजाब पुलिस ने ब्रिटेन से संचालित आतंकवादी समूह से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से ग्रेनेड और पिस्तौल बरामद की थीं। पकड़े गए लोगों को सीमापार से भेजे गए हथियारों की खेप लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा था कि पाकिस्तान स्थित ताकतों से राज्यों में आतंकवाद बढ़ने का खतरा है। हालांकि गुरुवार को हुई घटना की प्राथमिक जांच में इसके कारण का पता नहीं चल सका है। एनआईए, एनएसजी व अन्य एजेंसियां जांच में जुटी हैं। जांच सभी पहलू से होनी चाहिए, लेकिन जांच से पहले बयानबाजी करना गलत है। तेजी से बिगड़ते जा रहे हालात को नियंत्रण में लाने का जिम्मा सरकारों का है।
साथ ही नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझ कोशिश करनी होगी कि राज्य का माहौल न बिगड़ने पाए। समस्या को समग्रता में देखते हुए दीर्घकालिक स्थायी रणनीति बनानी होगी। लुधियाना की घटना को हमारी सुरक्षा एजेंसियों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। इसे एक चेतावनी के रूप में लिया जाना चाहिए और उसके अनुसार भावी खतरों से निपटने की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
