अब रायबरेली में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनेंगे दो जंक्शन

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रायबरेली। मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे की तैयारी पूरी हो चुकी है। 93 फीसद किसानों को अधिग्रहित जमीन का भुगतान मिल चुका है। वहीं  जिले के लोग भी गंगा एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भर सकेंगे इसे लेकर जिले में दो जगह इसके जंक्शन बनाए जाएंगे। एक इसी क्षेत्र के ऐहार में तो दूसरा ऊंचाहार …

रायबरेली। मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे की तैयारी पूरी हो चुकी है। 93 फीसद किसानों को अधिग्रहित जमीन का भुगतान मिल चुका है। वहीं  जिले के लोग भी गंगा एक्सप्रेसवे पर फर्राटा भर सकेंगे इसे लेकर जिले में दो जगह इसके जंक्शन बनाए जाएंगे। एक इसी क्षेत्र के ऐहार में तो दूसरा ऊंचाहार के इटौरा बुजुर्ग में बनेगा।

अमूमन फोर लेन से अधिक चौड़े नेशनल हाईवे पर दो किमी या आबादी पर कट दिया जाता है। ताकि रोड पार की जा सके। जबकि एक्सप्रेस-वे में ऐसा नहीं होता। इसमें एक्सप्रेस-वे पर चढ़ने के लिए वहीं जंक्शन बनाए जाते हैं, जहां आबादी या फिर यातायात अधिक हो।

इस वक्त मेरठ से लेकर प्रयागराज के बीच बन रहे 592 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का खाका खींचा जा रहा है। वैसे तो जिले में इसकी लंबाई करीब 70 किमी होगी, लेकिन इसमें जंक्शन सिर्फ दो जगह ही बनाए जाएंगे। लोगों को उम्मीद है कि इन दोनों जंक्शन के बनने से आसपास विकास होगा।

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रायबरेली-प्रयागराज के ट्रैफिक को होगी आसानी

सर्वे कार्य कर चकी उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की टीम के मुताबिक इन दोनों स्थानों के जंक्शन चयन का कारण है  कि ऐहार में जंक्शन बनने से रायबरेली-बांदा और इटौरा बुजुर्ग के जंक्शन से रायबरेली-प्रयागराज हाईवे का ट्रैफिक आसानी से एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकेगा। हाईवे ही नहीं आसपास के लोगों को एक्सप्रेस पर जाने में सहूलियत मिलेगी।

एसडीएम प्रशासन अमित कुमार ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे की भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत किसानों को मुआवजा मिल रहा है। इसके डिजाइन की जानकारी नहीं है।

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