रामपुर : शाहबाद गेट के निकट गरजी जेसीबी, हटवाया अतिक्रमण
रामपुर, अमृत विचार। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी डा. विवेकानंद गंगवार के नेतृत्व में पालिका कर्मचारियों ने सोमवार की दोपहर शाहबाद गेट के निकट दुकानदारों द्वारा दुकानों के आगे किए गए अतिक्रमण को हटवाना शुरू कर दिया। दुकानों के आगे नालियों पर पड़े लोहे के जाल पालिका कर्मचारियों द्वारा कटर से काटे जाने पर …
रामपुर, अमृत विचार। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी डा. विवेकानंद गंगवार के नेतृत्व में पालिका कर्मचारियों ने सोमवार की दोपहर शाहबाद गेट के निकट दुकानदारों द्वारा दुकानों के आगे किए गए अतिक्रमण को हटवाना शुरू कर दिया। दुकानों के आगे नालियों पर पड़े लोहे के जाल पालिका कर्मचारियों द्वारा कटर से काटे जाने पर दुकानदारों ने रोष जताया और पालिका अधिकारियों और दुकानदारों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। आक्रोशित दुकानदारों ने पालिका अधिकारियों की कार्रवाई के विरोध में बाजार बंद कर दिया।
दुकानदारों ने दुकानों के आगे नाली पर लोहे के जाल बनाकर डलवा लिए हैं। जाल से होकर ग्राहक दुकान के भीतर पहुंचते हैं और जाल पर दुकानदार कुछ सामान भी रखते हैं। ईओ पालिका का कहना था कि दुकानों में जाने के लिए दो फिट चौड़े स्टेप बनवाकर रखे जा सकते हैं। दुकान के आगे लोहे का जाल डालने से नालियों और नालों की सफाई में सफाईकर्मियों को काफी परेशानी होती है। दुकानों के आगे लोहे के जाल पड़े होने के कारण सफाईकर्मी महीनों नालों और नालियों की सफाई नहीं करते हैं।
इसके कारण गंदगी फैलती है, नाले और नालियां चोक होने के नगर पालिका के पीछे गंदा पानी सड़कों पर बहने लगता है। इस वजह से वहां के बाशिंदे शिकायत करते हैं। यदि दुकानों के सामने नाले और नालियां खुले रहेंगे तब सुबह-शाम साफ-सफाई का काम चलता रहेगा। दूसरी ओर, दुकानदारों का कहना है कि पालिका अधिकारियों के कहने पर उन्होंने सीमेंट सरिए से बने दुकानों के आगे के स्लैब तुड़वाकर लोहे के जाल डलवा दिए हैं।
बाबा, वसीम खां, शन्नू भाई, अलीम अहमद, शमीम खां आदि दुकानदारों और पालिका कर्मचारियों के बीच काफी नोकझोंक हुई। अपराह्न करीब दो बजे व्यापारी नेता संदीप सोनी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए और दुकानदारों के नुकसान की भरपाई किए जाने की मांग करने लगे। करीब दस-पंद्रह मिनट बाद व्यापार संगठन के दूसरे गुट के नेता शैलेंद्र शर्मा अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने भी दुकानदारों के हुए नुकसान की भरपाई किए जाने की मांग की।
इसके बाद गुस्साए दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दीं और नगर पालिका परिषद के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। दुकानदारों के आक्रोश को देखते हुए पालिका प्रशासन बैक फुट पर आ गया और कार्रवाई बंद हो गई। कर्मचारी वापस हो गए। व्यापारी नेताओं के साथ दुकानदार नगर पालिका गेट के सामने दरी बिछाकर धरना प्रदर्शन करने लगे। शाम को करीब चार बजे सिटी मजिस्ट्रेट हेम सिंह, सीओ सिटी अनुज चौधरी भी नगर पालिका परिषद पहुंच गए।
नगर पालिका परिषद से शाहबाद गेट तक दुकानदारों ने करीब छह फिट अतिक्रमण कर लिया है। सड़क संकरी हो गई है और सड़क पर एक गाड़ी मुश्किल से निकल पाती है। दुकानों के आगे स्लैब हटवाए जाने को इससे पहले जेसीबी से हटवाया गया था। सोमवार को अतिक्रमण हटवाया गया लेकिन, दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटने दिया विरोध में दुकानें बंद कर दीं। दुकानों के आगे दुकानदार तीन फिट के फुट स्टेप लगा लें। ताकि, नियमित रूप से दुकानों के आगे नाले और नालियों की सफाई होती रहे। नाले नालियों की सफाई नहीं होने से नगर पालिका परिषद के आसपास के मोहल्लों में जलभराव हो जाता है और लोगों की शिकायतें मिलती हैं। – डा. विवेकानंद गंगवार, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद रामपुर
