हल्द्वानी: कान पकड़कर मांगी माफी, विवाद समाप्त
हल्द्वानी, अमृत विचार। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के बीच पिछले छह महीने से चला आ रहा विवाद शनिवार को समाप्त हो गया है। तीन कर्मचारियों ने माफी मांगी, इसके बाद विवाद खत्म हो गया है। हालांकि इस विवाद में छह कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया गया था। अब भी दो महिलाओं और एक …
हल्द्वानी, अमृत विचार। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के बीच पिछले छह महीने से चला आ रहा विवाद शनिवार को समाप्त हो गया है। तीन कर्मचारियों ने माफी मांगी, इसके बाद विवाद खत्म हो गया है। हालांकि इस विवाद में छह कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया गया था। अब भी दो महिलाओं और एक पुरुष सफाई कर्मी को माफी नहीं मिली है।
जून में नगर निगम परिसर कर्मचारियों में मारपीट के साथ जमकर हंगामा हुआ था। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के बैनर तले निगम परिसर में आंदोलन चल रहा था। इस बीच सफाई नायक राजेंद्र कुमार के साथ नोकझोंक और फिर मारपीट हो गई। सफाई नायक के पक्ष में उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ उतर आया था। शनिवार को डीके पार्क में प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार राजौर की मौजूदगी में बबली, मंजू, गोलू ने कान पकड़कर माफी मांगी, जिसके बाद उनमें समझौता हो गया। इस दौरान संगठन के सुनील चौधरी, जगपाल, प्रेम सिंह, विनय पाल, अशोक राज, श्याम सुंदर, सतपाल, सुरेश लाला आदि मौजूद रहे।
दोनों संगठनों में रार बरकरार
हल्द्वानी। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के दोनों संगठनों के बीच रार बरकरार है। पूर्व में भी दोनों संगठन कई बार आमने समने आते रहे हैं। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ से जुड़े कर्मचारी नेता बर्खास्त किए गए कर्मचारियों के पक्ष में आंदोलन करते रहे। धरना प्रदर्शन से लेकर भूख हड़ताल तक की। मेयर के खिलाफ भी उग्र हुए। बावजूद इसके दोनों संगठनों के बीच नाराजगी दूर नहीं की जा सकी। उधर, उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ भी अपने अपमान के विरोध से तेवर कम नहीं करना चाहती थी। दोनों के बीच समझौते के कई प्रयास विफल होने के बाद तीन लोगों को गले लगाकार माफ तो कर दिया गया लेकिन दोनों संगठनों के बीच चली आ रही नाराजगी को खत्म नहीं किया जा सका है। दोनों संगठन अभी भी एक दूसरे से दूरी बनाए हुए हैं।
बर्खास्त हुए छह कर्मचारियों में से तीन को माफी दिए जाने की जानकारी हमें नहीं है। न ही इस बारे में हमसे कोई बात की गई। यदि ऐसा हुआ है तो दरियादिली सभी छह को माफ करने में भी दिखायी जानी चाहिए थी।
– अमित कुमार, प्रदेश संगठन महामंत्री, देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ
तीन लोगों ने माफी मांगी, उन्हें माफ कर दिया गया। बाकी तीन भी आते तो उन्हें भी गले लगा लेते। मेरे साथ गलत हुआ था, जिस तरह का व्यवहार हुआ उससे तो मुझे उन्हें कोई माफी देनी ही नहीं चाहिए थी।
– राजेंद्र कुमार, सफाई नायक
एक ही कर्मचारियों के लिए दो संगठन हैं। दोनों की विचार धाराएं एक हैं। एक ही प्रकार की मांगों को लेकर आवाजें बुलंद करते हैं। संयुक्त रूप से शक्ति को बढ़ाएं और एक रहें। झगड़े जैसे मामले आने ही नहीं चाहिए।
– रामअवतार राजौर, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ
