अयोध्या: राम मंदिर के अधिगृहीत 70 एकड़ के मास्टर प्लान पर हुआ गहन मंथन

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अयोध्या। राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक में परिसर के 70 एकड़ के मास्टर प्लान पर व्यापक चर्चा हुई। अधिगृहीत क्षेत्र में अग्निशमन परिसर स्थापित करने को लेकर मंथन भी हुआ। इसके लिए विशेषज्ञों को परिसर का भ्रमण भी कराया गया। साथ ही समिति के सदस्यों ने उन मार्गों का भी निरीक्षण …

अयोध्या। राम मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक में परिसर के 70 एकड़ के मास्टर प्लान पर व्यापक चर्चा हुई। अधिगृहीत क्षेत्र में अग्निशमन परिसर स्थापित करने को लेकर मंथन भी हुआ। इसके लिए विशेषज्ञों को परिसर का भ्रमण भी कराया गया। साथ ही समिति के सदस्यों ने उन मार्गों का भी निरीक्षण किया, जिस मार्ग से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में घंटों चली बैठक के दौरान परिसर में सीवरेज, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट व इलेक्ट्रिीसिटी समेत कई मुद्दों पर गहन मंथन हुआ।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बैठक में अग्निशमन के विशेषज्ञ भी मौजूद थे। उन्हें अधिगृहीत क्षेत्र का भ्रमण करवाया गया। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण होने के बाद कम से कम पांच लाख लीटर पानी की आवश्यकता होगी। उसकी आपूर्ति किस तरह से होगी। इस पर भी बात हुई। साथ ही यह भी चर्चा हुई कि अग्निशमन परिसर, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, इलेक्ट्रिीसिटी व पानी की आपूर्ति के लिए क्या-क्या जतन किए जाए? उनके इक्यूपमेंट कहां लगेंगे?

रखरखाव कौन करेगा यह चर्चा का विषय रहा। मंदिर निर्माण के बाद एयरपोर्ट पर आने वाले वीआईपी किस मार्ग से मंदिर पहुंचेंगे व श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग कहां की जाएगी? इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। क्योंकि जैसे ही मंदिर बनेगा वैसे ही यहां श्रद्धालुओं की आमद बढ़ जाएगी। कौन सी सड़क फोर लेन करनी है व इससे किनको परेशानी होगी। उसको लेकर विकल्प तलाशा जा रहा है। चंपत राय ने बताया सबसे ज्यादा श्रद्धालु महोबरा रोड पर आ सकते हैं। बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य विमलेंद्र मोहन मिश्र, डॉ. अनिल मिश्र, टाटा कंसल्टेंसी व एलएनटी के एक्सपर्ट भी मौजूद रहे।

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