अयोध्या: माइनर सफाई में ठेकेदार लिख रहे सरकारी धन के बर्बादी की इबारत..जानें ऐसा क्यों?
पटरंगा (अयोध्या)। उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन चलाने की बात हो रही है, लेकिन जिम्मेदार अफसरों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते ये सख्ती रूदौली के नहर विभाग के ठेकेदारों पर बिल्कुल नही दिख रही है। यहीं कारण है की विगत तीन वर्षों से कागजों पर माइनर की सफाई हो रही है, जबकि सच्चाई …
पटरंगा (अयोध्या)। उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार मुक्त शासन चलाने की बात हो रही है, लेकिन जिम्मेदार अफसरों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते ये सख्ती रूदौली के नहर विभाग के ठेकेदारों पर बिल्कुल नही दिख रही है। यहीं कारण है की विगत तीन वर्षों से कागजों पर माइनर की सफाई हो रही है, जबकि सच्चाई कोसों दूर है।
सुल्तानपुर ब्रांच अन्तर्गत रानीमऊ माइनर में सिल्ट सफाई के नाम पर ठेकेदार ने मानकों की धज्जियां उड़ा डाली। यहीं हाल रूदौली तहसील में भी है। रजबहा और माइनरों में सिल्ट सफाई के नाम पर ठेकेदारों की ओर से जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मानक के अनुसार सफाई नहीं कराई गई। जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते मानक विहीन सिल्ट सफाई का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है। माइनरों, रजबहों की सफाई सिर्फ शासन को दिखाने के लिए की जा रही है।
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असल बात कुछ और है। क्षेत्रीय किसान बुधई वर्मा, जय सिंह व मवई जिला पंचायत सदस्य रमला देवी ने रानीमऊ माइनर की सफाई पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि माइनर सफाई के नाम पर ठेकेदार की तरफ से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। हकीकत जानने के लिए जब रानीमऊ माइनर में सफाई का अवलोकन किया तो माइनर के हेड के पास से लगभग 30 मीटर तो सफाई की। उसके बाद पूरी की पूरी माइनर छोड़ दी गई।
वहीं, 3 किलोमीटर की इस माइनर में लगभग 500 मीटर भी मानक अनुरूप सफाई नहीं की गई। यहीं हाल कोटवा सिपहिया माइनर नेवरा माइनर मांगी व रामसरन दासपुर माइनर का भी है। जिसमें सिल्ट सफाई के नाम पर ठेकेदार द्वारा मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। रानीमऊ माइनर में सफाई की लापरवाही की शिकायत मिली है। मैं ये विश्वास दिलाता हूं जब तक सभी माइनरों की सफाई मानक अनुरूप नही होगी तब तक पेमेंट नही की जाएगी।” राजकुमार शुक्ला, अवर अभियंता सुल्तानपुर ब्रांच
