बरेली: राहत- बिना टोकन के नजदीकी क्रय केंद्र पर बेचें धान

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

बरेली, अमृत विचार। पिछले दिनों बारिश से बर्बाद हुए किसानों के जख्म पर मरहम लगाने को सरकार ने केंद्रों पर औपचारिकता के नाम पर होने वाली परेशानी को देखते हुए नियमों में ढील दी है। शासन ने धान खरीद के लिए टोकन व्यवस्था को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है। ऐसे में अब पंजीकृत …

बरेली, अमृत विचार। पिछले दिनों बारिश से बर्बाद हुए किसानों के जख्म पर मरहम लगाने को सरकार ने केंद्रों पर औपचारिकता के नाम पर होने वाली परेशानी को देखते हुए नियमों में ढील दी है। शासन ने धान खरीद के लिए टोकन व्यवस्था को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है। ऐसे में अब पंजीकृत किसान बिना टोकन लिए भी अपना धान किसी भी नजदीकी केंद्र पर जाकर बेच सकेंगे। इसके अलावा शासन ने 100 क्विंटल से अधिक धान होने पर एसडीएम द्वारा सत्यापन कराने की शर्त भी हटा दी है।

धान बेचने के लिए सिर्फ किसान को खाद्य विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना ही अनिवार्य होगा। इसके बाद उसे किसी तरह की औपचारिकता नहीं करनी होगी। माना जा रहा है कि पिछले साल की तुलना में इस साल धान खरीद बेहद कम होने की वजह से यह निर्णय लिया गया है।

शासन के निर्देश पर जिले में 1 अक्टूबर से प्रदेश भर में धान खरीद की जा रही है। अभी तक कि व्यवस्था के अनुसार धान बेचने के लिए जिन किसानों ने पंजीकरण कराया हुआ है। उन किसानों को केंद्र पर धान बेचने से पहले ऑनलाइन टोकन लेना पड़ता है। टोकन में दी गई तारीख पर जाकर किसान अपना धान बेचता था। यदि टोकन निरस्त कर दिया जाता था और फिर से टोकन लेकर धान बेचना पड़ता था, लेकिन शनिवार से नियमों बदलाव कर दिया है। शासन ने टोकन व्यवस्था को अस्थायी तौर पर स्थगित करने के साथ ही खरीद के साफ्टवेयर और ईपाश मशीन में टोकन जनरेट का विकल्प हटा दिया है।

जिला खाद्य विपणन अधिकारी सुनील भारती ने बताया कि शासन ने शुक्रवार शाम से टोकन सिस्टम खत्म कर दिया। शनिवार को नियमों के तहत खरीद हुई। कहा कि अब किसान अपनी नजदीकी क्रय केंद्र में एक बार में उतना धान बेच सकता है, जितना उसने पंजीकरण के समय प्रपत्र में सत्यापित कराया था। इसके लिए उसे टोकन लेने की जरूरत नहीं है। इतना ही केंद्र पर धान बिक्री को पंजीकण संबंधी कागजात और आईडी आदि भी नहीं ले जाना होगा।

मोबाइल एप से भी करा सकते हैं पंजीकरण
किसानों को अपनी फसल क्रय केंद्र पर बेचने के लिए पंजीकरण कराना जरूरी है। किसान मोबाइल एप के जरिए स्वयं भी पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा जनसेवा केंद्र, लोकवाणी केंद्र, साइबर कैफे पर यह सुविधा है। अब शासन ने इसे और आसान कर दिया है। किसान अपने निकटतम उचित दर विक्रेता यानी कोटा डीलर के यहां से भी पंजीकरण करा सकते हैं।

जिले में 127 केंद्रों पर की जा रही खरीद
शासन के निर्देश पर जिले में 1 अक्टूबर से खरीद की जा रही है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सुनील भारती ने बताया कि शुरूआत में 48 क्रय केंद्रों से खरीद शुरू की थी, कुछ समय बाद धान की आवक बढ़ी तो संख्या बढ़कर127 कर दी गई। इन केंद्रों पर अभी तक 1413 किसानों से 7084 एमटी धान खरीदा जा चुका है।

संबंधित समाचार