भवाली: आपदा से चाय बागानों को बड़ा नुकसान, सिंचाई पाइपलाइन भी ध्वस्त
भवाली, अमृत विचार। उतराखण्ड चाय विकास बोर्ड के अन्तर्गत संचालित विकासखंड बेतालघाट व रामगढ़ व विकास खण्ड धारी के अंतर्गत 18 व 19 अक्टूबर को आयी दैवीय आपदा के कारण काफी जमीनों व नर्सरी में लगे चाय के पौधों को काफी नुकसान हो गया था। चाय विकास बोर्ड घोड़ाखाल के फील्ड सहायक आन सिह महरा …
भवाली, अमृत विचार। उतराखण्ड चाय विकास बोर्ड के अन्तर्गत संचालित विकासखंड बेतालघाट व रामगढ़ व विकास खण्ड धारी के अंतर्गत 18 व 19 अक्टूबर को आयी दैवीय आपदा के कारण काफी जमीनों व नर्सरी में लगे चाय के पौधों को काफी नुकसान हो गया था।
चाय विकास बोर्ड घोड़ाखाल के फील्ड सहायक आन सिह महरा ने बागानों व नर्सरियों में जाकर नुकसान का आकलन किया । महरा के अनुसार विकास खण्ड बेतालघाट के अंतर्गत चाय नर्सरी गरमपानी 34425 चाय के पेड़ पूर्णतया नष्ट हो चुके हैं। इसी प्रकार 27 काश्तकारों की भूमि पर लगे 11260 पौधे बेतालघाट से लगे अन्य नर्सरियों में नष्ट हो चुके है।
विकास खण्ड रामगढ़ के अन्तर्गत बादल फटने से चाय नर्सरी झुतिया में 88257 चाय के पौधे व 5 काश्तकारों के जमीन पर लगे बागान के 5600 पौधे समाप्त हो गए है। इसी क्रम में विकास खण्ड धारी के अंतर्गत ग्राम सभा पनियाली में7390 पौध, ग्राम सभा गुनियलेख में 7650 पौध, चाय नर्सरी पदमपुरी में 2000 पौध, ग्राम सभा पुट गॉव में चाय नर्सरी की सिंचाई पाइपलाइन ध्वस्त होगयी।
चाय बागान श्यामखेत के अंर्तगत 1 हेक्टेयर जमीन पर लगे पौध व तारबाड़, एंगिल गधेर में बह कर ,दब के नष्ट हो गए है। आपदा से हुवे नुकसान के आकलन का पत्र चाय बागान घोड़ाखाल के प्रबंधक नवीन पांडे के द्वारा उपजिलाधिकारी कोशिया कुटोली व नैनीताल एवं धारी के उपजिलाधिकारी को दे दिया गया है ताकि सम्बन्धित नुकशान की भरपाई हेतु आवश्यक कार्यवाही हो सके।
