भारतवंशी सांसदों, बाइडन प्रशासन के शीर्ष सदस्यों ने कांग्रेस में मनाई ‘दिवाली’

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

वाशिंगटन। भारतवंशी अमेरिकी सांसदों की अगुवाई में राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के शीर्ष सदस्यों और देशभर के भारतवंशी समुदाय के सदस्यों के एक समूह लोकतंत्र के मंदिर अमेरिकी कांग्रेस में रोशनी का त्योहार ‘दिवाली’ मनाने के लिए एकत्र हुआ। अमेरिकी कांग्रेस में यह दृश्य अमेरिका के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में इस छोटे लेकिन प्रभावशाली समुदाय के …

वाशिंगटन। भारतवंशी अमेरिकी सांसदों की अगुवाई में राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के शीर्ष सदस्यों और देशभर के भारतवंशी समुदाय के सदस्यों के एक समूह लोकतंत्र के मंदिर अमेरिकी कांग्रेस में रोशनी का त्योहार ‘दिवाली’ मनाने के लिए एकत्र हुआ। अमेरिकी कांग्रेस में यह दृश्य अमेरिका के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य में इस छोटे लेकिन प्रभावशाली समुदाय के उभार को दर्शाता है।

सांसदों ने अमेरिका के विकास में भारतवंशी अमेरिकियों के योगदान की प्रशंसा की और कोविड-19 के बाद की दुनिया में दिवाली के महत्व पर प्रकाश डाला। अमेरिका के सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति ने कार्यक्रम में कहा, ” हम पिछले लगभग दो वर्षों से एक वैश्विक महामारी का सामना कर रहे हैं, जिसने हमारे जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। मैंने और हम में से कई ने परिवार के सदस्यों और दोस्तों को खोया है।

मुझे मालूम है कि आप में से कई लोगों ने भी यही दुख झेला है, चाहे वह यहां रहने वाले परिवार से जुड़ा हो, भारत में बसे आपके परिवार का, या प्रवासी या दुनियाभर में कहीं भी रहने वाले अपनों का.. हमने काफी कुछ सहन किया है। ” उन्होंने कहा, ”लेकिन पिछले कुछ वर्षों में जिन चीजों ने मुझे सबसे ज्यादा चिंतित किया है, वह ऐसी अदृश्य महामारी है जिसके बीच हम जी रहे हैं।

यह ध्रुवीकरण की महामारी है, जहां यह महसूस होता है कि लोग एक-दूसरे के खिलाफ हो गए हैं, जहां वे एक-दूसरे को शत्रु समझते हैं, एक-दूसरे को बुरा कहते हैं और एक-दूसरे के साथ इसी तरह का व्यवहार करते हैं। यह एक अलग तरह का अंधकार है।” कैपिटल हिल दिवाली समारोह का आयोजन इंडियास्पोरा ने समुदाय के कई संगठनों के सहयोग से किया था। अपनी मां की शिक्षाओं को याद करते हुए, डॉ. मूर्ति ने कहा कि दिवाली को अंधकार पर प्रकाश के विजय का दिन माना जाता है।

उन्होंने कहा, ” वह हमेशा कहती थीं कि विवेक, अमेरिका में आप जिन लोगों से मिलेंगे, वे अलग-अलग धर्मों और परंपराओं से होंगे, लेकिन याद रखें कि ईश्वर का प्रकाश हमेशा उन सभी के भीतर मौजूद है, चाहे वे कहीं से भी हों।” भारतीय अमेरिकी सांसद डॉ. एमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और इस अवसर पर समुदाय को बधाई दी। जयपाल ने कहा, ”मुझे यह कहते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि मैं अमेरिका के प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गई पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी महिला हूं। उम्मीद है कि मैं आखिरी नहीं होंगी।”

सांसद जूडी चू ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन में रिकॉर्ड संख्या में भारतीय-अमेरिकियों को शामिल किया है। विशेष रूप से दिवाली समारोह में भाग लेने के लिए कैलिफोर्निया से आईं अफ्रीकी मूल की लोकप्रिय अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने ”ओम जय जगदीश हरे” गाया और वहां उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मिलबेन ने कहा कि वह अगले साल जनवरी में भारत की यात्रा पर जाएंगी।

इसे भी पढ़ें…

इराक: बगदाद के पूर्वोत्तर में आईएस का हमला, 11 लोगों की मौत

संबंधित समाचार