बरेली: किला नदी पर बना अस्थायी पुल बहा तो छह गांवों का मार्ग अवरुद्ध
बरेली, अमृत विचार। रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने पर ग्राम बाकरगंज में किला नदी का अस्थायी पुल ध्वस्त हो गया। इसके साथ ही बाकरगंज से छह गांवों को जाने वाली मुख्य सड़क भी अवरुद्ध हो गयी। अस्थायी पुल बहने से लोगों के नदी में बह जाने की आशंका बढ़ गयी। सूचना पर लेखपाल जय प्रकाश …
बरेली, अमृत विचार। रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ने पर ग्राम बाकरगंज में किला नदी का अस्थायी पुल ध्वस्त हो गया। इसके साथ ही बाकरगंज से छह गांवों को जाने वाली मुख्य सड़क भी अवरुद्ध हो गयी। अस्थायी पुल बहने से लोगों के नदी में बह जाने की आशंका बढ़ गयी। सूचना पर लेखपाल जय प्रकाश मौके पर पहुंचे। बाकरगंज पुलिस की मदद से लेखपाल ने सबसे पहले अस्थायी पुल के रास्ते से निकलने वालों पर पाबंदी लगायी। बेरिकेडिंग की। गांवों की ओर से भी रास्ता बंद कराया ताकि लोग बेवजह न निकलें।
पुलिस बल तैनात कर दिया गया। नदी के दोनों साइड से रस्सियां बांधी ताकि रस्सियों के बीच से दोपहिया वाहन और साइकिल सवार पैदल निकल सकें। लेखपाल भी मुस्तैद हो गए। सुबह में सीओ ने मौके की स्थिति देखी और पानी का बहाव तेज होने पर लोगों के आने-जाने पर पूर्णरूप से पाबंदी लगाने के निर्देश दिए। लेखपाल जय प्रकाश ने बताया कि ग्राम बाकरगंज में किला नदी पर नया पुल बनना है। अस्थायी पुल भी टूट गया। जिस पर पानी भरा है। यह छह ग्रामों का मुख्य रास्ता है। यहां से ग्राम सहसिया हुसैनपुर, दौली रगुवार दयाल, घुरा राघवपुर, बलराऊ आजमपुर, तिलपुरा और मुरोपुरा गांव के ग्रामीण निकलते हैं।
हालांकि छह गांवों के लोगों का यही एक मात्र निकलने का रास्ता है इसलिए कमर तक पानी में होकर मजबूरन लोग निकले। दोपहिया वाहनों को बंद करके निकाला गया। तीन भैंसे भी वहां से निकाली लेकिन एक भैंस नदी के गड्ढे में पहुंच गयी। बमुश्किल उसे भैंस को निकाला जा सका।
पीड़ितों ने सुनाया दर्द
गुरुवार की देर रात से पानी आना शुरू हो गया। पानी बढ़ता जा रहा है। इससे आना-जाना बंद हो गया। यदि घर छोड़कर जाएं तो कहां। हम लोगों के सामने कई दिक्कतें हैं। -खुर्शीद मियां
मकान पानी से घिर गया है। सुबह से कहीं जा नहीं पाए हैं। कैद होकर रह गए। सरकार तमाम योजनाएं चलाती है लेकिन रामगंगा किनारे के आसपास रहने वालों के लिए सुरक्षा के इंतजाम नहीं करती है। -यूनुस
पानी तेजी से बढ़ रहा है। क्षेत्र के लोगों में दहशत है। दिनभर पानी बढ़ा है। जिस तेजी से पानी बढ़ रहा है। यही स्थिति रही तो हालात और बिगड़ेंगे। -पाशा, अफसर भाई की डेरी
रामगंगा नदी नजदीक होने की वजह से गुरुवार की रात से पानी मकानों की ओर आना शुरू हो गया। पहले फसलों को अपनी चपेट में ले लिया। उसके बाद मकानों को पानी चपेट में ले रहा है। कई मकान ऐसे भी हैं जिनमें से कोई बाहर नहीं आया है। -आसिफ
