लखीमपुर खीरी: धौरहरा के 150 गांवों में जारी है शारदा नदी का कहर

लखीमपुर खीरी: धौरहरा के 150 गांवों में जारी है शारदा नदी का कहर

खमरिया-खीरी, अमृत विचार। धौरहरा इलाके में लगातार चार दिनों से जारी शारदा नदी का पानी क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ गांवों में भारी तबाही मचा रहा है।जहां घरों में शारदा नदी का पानी भर जाने से ग्रामीण सड़कों पर अपनी ग्रहस्ती के साथ खुले आसमान के नीचे राते गुजारने को मजबूर है वहीं पीलीभीत बस्ती …

खमरिया-खीरी, अमृत विचार। धौरहरा इलाके में लगातार चार दिनों से जारी शारदा नदी का पानी क्षेत्र के करीब डेढ़ सौ गांवों में भारी तबाही मचा रहा है।जहां घरों में शारदा नदी का पानी भर जाने से ग्रामीण सड़कों पर अपनी ग्रहस्ती के साथ खुले आसमान के नीचे राते गुजारने को मजबूर है वहीं पीलीभीत बस्ती स्टेट हाइवे पर करीब तीन किलोमीटर की जद में बह रहे पानी की वजह से हाइवे भी काटने की कगार पर है।जिससे लोगो का मुख्यालय से संपर्क टूट रहा है।

हालांकि प्रशासन ने हाइवे को बचाने के लिए भारी वाहनों का प्रवेश बन्द करा दिया है। जबकि सड़क को लेकर लगातार खतरा बरकरार है।ईसानगर इलाके के खनवापुर गांव के पास करोड़ो की लागत से बना बांध फट जाने से गांव में तबाही का मंजर है।तीब्र धार की जद में आकर कई घर गिर गए है। यही नही इलाके के कई गांवों में मार्ग कट जाने से ग्रामीणों का कस्बों से संपर्क टूट गया है।जबकि रैनी गांव के पास बाढ़ खंड से बनाया गया बंधा करीब 300 मीटर तक धस जाने के कारण लोगों में दहसत हो चली है।

वहीं तहसील प्रशासन भी बाढ़ पीड़ितों को कोई इमदाद नही दे पा रहा है।जिससे बाढ़ पीड़ित भूख प्यास से बिलविला रहे है।बनबसा डैम से शारदा नदी में छोड़े गए पांच लाख से अधिक पानी ने धौरहरा तहसील में तबाही मचा दी है। बाढ़ के पानी की जद में करीब डेढ़ सौ गांव के ग्रामीणों में हाहाकार मचा हुआ है।

इलाके के जसवंतनगर, लुधौनी,आशापुरी,भिठौली,नई बस्ती,रेहरिया,नैवापुर समेत करीब डेढ़ सौ गांव पूरी तरह शारदा के कहर का शिकार है।लुधौनी गांव में अधिक पानी भर जाने के कारण लोग अपनी ग्रहस्ती समेत पीलीभीत बस्ती हाइवे पर तिरपाल डालकर रहने को विवश है।पीड़ितों का कहना है कि गांव में पानी भर जाने के कारण जानवरों को भी काफी समस्या है।वहीं खेतों से चारे के अभाव हो गया है।कुछ लोग तो अपने जानवरो के साथ पलायन भी कर चुके है।

जबकि पीलीभीत बस्ती मार्ग पर जनपद सीतापुर के भदीफर से लेकर खानीपुर तक करीब तीन किलोमीटर के दायरे में हाइवे पर तीन फीट पानी चल रहा है।जिससे हाइवे के कटने का खतरा बढ़ गया है।हालांकि प्रशासन ने भदीफर में बेरीकेडिंग लगाकर बड़े वाहनों का प्रवेश रोक दिया है। वहीं ईसानगर के खनवापुर में बांध फट जाने के कारण तबाही का मंजर है। लोगो का कस्बो से संपर्क टूट गया है।जबकि रैनी गांव के समीप बाढ़ से लोगो को बचाने के लिए बनाए गये बांध में दरार पड़ गई है। जिससे लोगो मे दहसत है।फिलहाल धौरहरा तहसील में जारी शारदा नदी का कहर अब लोगो पर भारी पड़ने लगा है। लेकिन तहसील प्रशासन बाढ़ पीड़ितों को कोई मदद नही पहुंचा पा रहा है।

बाढ़ पीड़ित गांव में गिरे घर,एक महिला बाल बाल बची
ईसानगर क्षेत्र में गांवों में भरे पानी अब कच्चे मकानों के लिए मुसीबत बनने लगा है। शुक्रवार को मिश्रगाव जमदरी में मिट्टी की दीवाल समेत छप्पर का घर गिरने से श्यामकली पत्नी श्यामलाल दब गई जिनको देख लोगों ने आनन फानन में मिट्टी छप्पर हटाकर समय रहे बाहर निकाल लिया जिसके चलते उनकी जान बच गई। इसकी जानकारी देने के लिए लोगों ने हल्का लेखपाल से सम्पर्क करने की कोशिश की पर वह लोगों का दर्द जानने समझने के लिए फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझे। वहीं दूसरी ओर खनवापुर गांव में शिव कुमार सिंह,रानी देवी,रामनरेश समेत आधा दर्जन लोगों के कच्चे घर गिर गए जिसको देखने समझने के लिए किसी के पास समय नहीं मिल सका।