रायबरेली: रसोइयों की कम नियुक्ति से मिड डे मील पर संकट, जानें पूरा मामला…

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

रायबरेली। कम्पोजिट विद्यालय सरौरा में मिड डे मील न बनने से बच्चे परेशान रहते हैं। वहीं रसोइयों ने खाना बनना बंद कर रखा है। असल में यह स्थिति किसी एक स्कूल की नहीं है। मानक के अनुरूप रसोइया की नियुक्ति न होने से जिले के 30% स्कूलों में मिड डे मील की व्यवस्था पर संकट …

रायबरेली। कम्पोजिट विद्यालय सरौरा में मिड डे मील न बनने से बच्चे परेशान रहते हैं। वहीं रसोइयों ने खाना बनना बंद कर रखा है। असल में यह स्थिति किसी एक स्कूल की नहीं है। मानक के अनुरूप रसोइया की नियुक्ति न होने से जिले के 30% स्कूलों में मिड डे मील की व्यवस्था पर संकट बना हुआ है।

गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों का एडमिशन हर साल होता है, लेकिन उस अनुपात में रसोइयों की नियुक्ति नहीं होती है। प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष आशुतोष शुक्ला ने बताया कि 25 बच्चों पर एक रसोईया , 99 बच्चों पर दो रसोइया , छात्र संख्या 100 पहुंचने पर तीन रसोइया , 200 बच्चों पर चार और 300 बच्चों पर पांच रसोइयों की नियुक्ति होनी चाहिए, लेकिन सरौरा हो या फिर शिवगढ़ प्राथमिक स्कूल। 30% स्कूलों में रसोइया मानक के अनुरूप नहीं हैं।

इस विषय पर बीएसए शिवेंद्र सिंह का कहना है कि सरैया में जो स्थिति है उस पर खंड शिक्षा अधिकारी पद्म शेखर मौर्य को कार्रवाई के निर्देश दिए गए है। अन्य स्कूलों में भी जल्द इस समस्या का निस्तारण होगा।

संबंधित समाचार