किसानों का रेल रोको आंदोलन लखनऊ में रहा बेअसर, जानें वजह

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लखनऊ। लखीमपुर हादसे को लेकर भारतीय किसान मोर्चा का रेल रोको आंदोलन लखनऊ और आस-पास रेलवे स्टेशनों पर बेअसर साबित हुआ। कई रेलवे स्टेशनों पर किसान ट्रेन रोकने के लिए निकले लेकिन उन्हें सुरक्षा बलों ने पहले ही रोक लिया। भारतीय किसान मोर्चा के समर्थन में आजाद भारतीय किसान यूनियन कृषि कानून के अलावा गौशालाओं …

लखनऊ। लखीमपुर हादसे को लेकर भारतीय किसान मोर्चा का रेल रोको आंदोलन लखनऊ और आस-पास रेलवे स्टेशनों पर बेअसर साबित हुआ। कई रेलवे स्टेशनों पर किसान ट्रेन रोकने के लिए निकले लेकिन उन्हें सुरक्षा बलों ने पहले ही रोक लिया। भारतीय किसान मोर्चा के समर्थन में आजाद भारतीय किसान यूनियन कृषि कानून के अलावा गौशालाओं का संरक्षण, फसलों को बचाने के लिए आवारा पशुओं पर नियंत्रण जैसी मांगों को लेकर रोड पर उतरे। यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पांडेय के नेतृत्व में किसान फैजुल्लागंज स्थित प्रदेश कार्यालय पर पहुंचे।

यहां से किसान मोहिबुल्लापुर स्टेशन की ओर ट्रेन रोकने के लिए रवाना हुए। लेकिन स्टेशन पहुंचने से पहले ही इन्हें रोक लिया गया। संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ता आलमनगर स्टेशन पहुंचे लेकिन पुलिस ने उनको स्टेशन के बाहर ही रोक दिया। एसीपी बाजारखाला विजय राज सिंह व इंस्पेक्टर तालकटोरा अशोक कुमार सरोज ने किसानों को रोका तो वह प्रदर्शन करने लगे। पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर ईको गार्डेन भेज दिया।

गोसाईंगंज में किसान नारेबाजी करते हुए ट्रेन रोकने के लिए जाने लगे तो पुलिस ने उनको रास्ते में ही रोक दिया। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता सिंवई रेलवे क्रासिंग की ओर जाते समय ही रोक लिए गए। उतरेटिया स्टेशन के दोनों ओर पुलिस ने बैरिकेटिंग कर पहले ही सुरक्षा घेरा बना दिया था। इसके चलते यहां पर भी ट्रेनों का संचालन प्रभावित नहीं हुआ।

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