बरेली: 15 दिन बाद शुरू हो होंगी मिड टर्म परीक्षाएं

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बरेली, अमृत विचार। नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक प्रथम वर्ष में इस बार सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। सेमेस्टर परीक्षा से पहले दो मिड टर्म परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। पहली मिड टर्म परीक्षा में सिर्फ 15 दिन का समय बचा है। 1 नवंबर से 10 नवंबर तक परीक्षाएं होंगी लेकिन अभी तक …

बरेली, अमृत विचार। नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक प्रथम वर्ष में इस बार सेमेस्टर परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। सेमेस्टर परीक्षा से पहले दो मिड टर्म परीक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। पहली मिड टर्म परीक्षा में सिर्फ 15 दिन का समय बचा है। 1 नवंबर से 10 नवंबर तक परीक्षाएं होंगी लेकिन अभी तक महाविद्यालयों में छात्रों की सही से कक्षाएं भी संचालित नहीं हो सकी हैं।

ऐसे में मिड टर्म परीक्षाएं महाविद्यालयों व छात्रों दोनों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होंगी। हालांकि इन परीक्षाओं के संबंध में एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने शासन के निर्देशों के तहत विश्वविद्यालय परिसर के सभी संकायाध्यक्षों व विभागाध्यक्षों और महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश जारी कर दिए थे।

शासन ने 9 सितंबर को सेमेस्टर परीक्षाओं के संबंध में निर्देश जारी किए थे। इसी के तहत रुविवि के कुलसचिव ने 23 सितंबर को निर्देश दिए थे। इसके तहत स्नातक प्रथम सेमेस्टर की एंड सेमेस्टर की परीक्षाएं 24 जनवरी से 28 फरवरी के मध्य होंगी। प्रत्येक सेमेस्टर में दो मिड टर्म परीक्षाएं होंगी। यह परीक्षाएं महाविद्यालयों को अपने स्तर पर करानी हैं। पहली मिड टर्म परीक्षा 1 नवंबर से 30 नवंबर और दूसरी मिड टर्म की परीक्षा 13 दिसंबर से 23 दिसंबर तक होंगी।

महाविद्यालयों को प्रत्येक दशा में 20 जनवरी 2022 तक मिड टर्म परीक्षाओं के अंक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करने होंगी। इसी आधार पर सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित कराने के बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने पांच सदस्यी समिति भी गठित की है जो महाविद्यालयों की किसी तरह की कठिनाई दूर करेगी।

अभी होनी हैं दूसरी परीक्षाएं
शासन ने सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए कम से कम 90 शैक्षणिक दिवस पूरे करने के निर्देश दिए हैं। महाविद्यालयों में स्नातक के प्रवेश ही सितंबर तक हुए हैं और अभी भी कई महाविद्यालयों में प्रवेश पंजीकरण चल रहे हैं। इसके अलावा अभी कुछ दिनों पहले ही व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं समाप्त हुई हैं। जिसकी वजह से सही से कक्षाएं ही संचालित नहीं हो सकी हैं।

यही नहीं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि भी 26 अक्टूबर तक निर्धारित की गई हैं। इसके अलावा मुख्य परीक्षा की छूटी हुई प्रयोगात्मक परीक्षाओं और बैक पेपर की परीक्षाओं का भी जल्द शिड्यूल जारी होने वाला है। ऐसे में महाविद्यालयों में सही से कक्षाएं संचालित होना मुश्किल है। यही वजह है कि मिड टर्म की परीक्षा आसान नहीं होगी।

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