कारोबारी जरूरतों के हिसाब से निवेश करना जारी रखेगी टीसीएस

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

मुंबई। कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने जैसी अल्पावधि की उतार-चढ़ाव का सामना करने के बावजूद शीर्ष आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) कारोबार की जरूरतों के हिसाब से निवेश करना जारी रखेगी और लाभ के मार्जिन को बचाने पर ध्यान नहीं देगी। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी ही। टीसीएस के मुख्य वित्तीय …

मुंबई। कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने जैसी अल्पावधि की उतार-चढ़ाव का सामना करने के बावजूद शीर्ष आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) कारोबार की जरूरतों के हिसाब से निवेश करना जारी रखेगी और लाभ के मार्जिन को बचाने पर ध्यान नहीं देगी। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी ही।

टीसीएस के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) समीर सेकसरिया ने कहा कि कंपनी, हालांकि, 26-28 प्रतिशत के लाभ मार्जिन पर ध्यान देते हुए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि छोटी अवधि में उतार-चढ़ाव के बीच ऐसा नहीं है कि हम केवल मॉर्जिन बचाने के लिए ही चीजें करेंगे। निवेश की जो भी जरूरत है, जो भी सही होगा, हम निवेश करना जारी रखेंगे। हम अल्पावधि में इस पर ध्यान नहीं दे रहे, हमारा ध्यान कारोबार की जरूरतों को जितना संभव हो उस हद तक पूरा करना होगा।

सितंबर तिमाही में, टीसीएस ने 25.6 प्रतिशत के मार्जिन की सूचना दी और आपूर्ति पक्ष की बाधाओं जैसी अल्पावधि के उतार-चढ़ाव वाली चीजों की आशंका जतायी जिनमें कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की ऊंची दर शामिल है। पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने वाली कंपनी में कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने की दर बढ़कर 11.9 प्रतिशत हो गई है।

यह भी पढ़े-

कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 17 पैसे टूटकर 75.16 पर पहुंचा

संबंधित समाचार

टॉप न्यूज

अमेठी में अन्त्येष्टि स्थल के सामने मिला खून से लथपथ अधेड़ का शव, नहीं हो सकी शिनाख्त, जांच में जुटी पुलिस
यूपी के युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का लक्ष्य अधूरा, तीन लाख नौकरियां दिलवाने को प्रयासरत सेवा योजना विभाग
UP News: एफआरए खरीद के नियम बदले, प्रीमियम भी शामिल, आवास विकास के प्रमुख सचिव ने जारी किया शासनादेश
UP News: खरमास बाद योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल! भूपेंद्र सिंह चौधरी बन सकते मंत्री, नए साल में भाजपा को मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष
UP News: गोवंश चारे के बजट में हेराफेरी पर होगी FIR, चारे के लिए किसानों से एमओयू कर सीधी खरीद की अनुमति