पीएम मोदी बोले- कोरोना से लड़ाई में देश ने दिखाई सामर्थ्य, संकल्पशक्ति और एकजुटता

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ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए भारत ने इतने कम समय में जो सुविधाएं तैयार कीं, वे हमारे देश के सामर्थ्य, संकल्पशक्ति, सेवाभाव और एकजुटता की प्रतीक हैं। मोदी ने यहां स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एसए आक्सीजन प्लांट का भौतिक और अन्य 34 राज्यों …

ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए भारत ने इतने कम समय में जो सुविधाएं तैयार कीं, वे हमारे देश के सामर्थ्य, संकल्पशक्ति, सेवाभाव और एकजुटता की प्रतीक हैं। मोदी ने यहां स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में एसए आक्सीजन प्लांट का भौतिक और अन्य 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पीएसए आक्सीजन प्लांट का आभासी तरीके से लोकार्पण किया।

उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में एक दिन में 900 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले देश ने मांग बढ़ते ही अपना उत्पादन 10 गुना से भी ज्यादा बढ़ा लिया। यह दुनिया के किसी भी देश के लिए अकल्पनीय लक्ष्य था, लेकिन भारत ने इसे हासिल किया। उन्होंने कहा कि देश में दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। सिर्फ एक टेस्टिंग लैब से करीब 3,000 टेस्टिंग लैब का नेटवर्क, मास्क और किट्स के आयातक से निर्यातक बनने का सफर तेजी से पार हो रहा है।

उन्होंने कहा कि 100 साल के इस सबसे बड़े संकट का मुकाबला भारत जितनी बहादुरी से कर रहा है, उसे दुनिया देख रही है। प्रधानमंत्री ने ‘भारत माता की जय’ की उद्घोषणा के साथ अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने कहा, “आज से नवरात्र का पावन पर्व भी शुरू हो रहा है। आज प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। उन्होंने कहा कि मां शैलपुत्री, हिमालय पुत्री हैं। और आज के दिन मेरा यहां होना, यहां आकर इस मिट्टी को प्रणाम करना, हिमालय की इस धरती को प्रणाम करना, इससे बड़ा जीवन में कौन सा धन्य भाव हो सकता है।”

मोदी ने कहा कि वह सरकार के मुखिया के तौर पर पहले मुख्यमंत्री और फिर देश के लोगों के आशीर्वाद से देश के प्रधानमंत्री पद पर पहुंचे, इसकी उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी। उन्होंने कहा, “आज के ही दिन 20 साल पहले मुझे जनता की सेवा का एक नया दायित्व मिला था। लोगों के बीच रहकर, लोगों की सेवा करने की मेरी यात्रा तो कई दशक पहले से चल रही थी, लेकिन आज से 20 वर्ष पूर्व, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मुझे नई जिम्मेदारी मिली थी।”

लगभग 20 मिनट के अपने उद्बोधन के अन्त में प्रधानमंत्री ने देवभूमि को नमन करते हुए उत्तराखंड की जनता को विश्वास दिलाया कि डबल इंजन की सरकार राज्य को विकास की नयी ऊंचाइयों तक ले जाएगी। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी तथा राज्य मंत्रिमण्डल के अन्य सदस्य उपस्थित रहें।

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