बरेली: बांस से आभूषण और सजावट के सामान बनाना सीख रही महिलाएं, 15 दिन चलेगा प्रशिक्षण

बरेली, अमृत विचार। वन विभाग के मिशन बैंबू के तहत सीबीगंज में कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) का शुभारंभ हो चुका है। जिसमें अब किसानों से खरीदे गए बांस का ट्रीटमेंट कर कंपनियों के माध्यम से बांस के आभूषण, गृह सज्जा, फर्नीचर जैसे तमाम वस्तुएं बनाई जाएंगी। इसके लिए वहां पर प्रशिक्षण भी शुरू हो चुका …
बरेली, अमृत विचार। वन विभाग के मिशन बैंबू के तहत सीबीगंज में कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) का शुभारंभ हो चुका है। जिसमें अब किसानों से खरीदे गए बांस का ट्रीटमेंट कर कंपनियों के माध्यम से बांस के आभूषण, गृह सज्जा, फर्नीचर जैसे तमाम वस्तुएं बनाई जाएंगी। इसके लिए वहां पर प्रशिक्षण भी शुरू हो चुका है। बुधवार को प्रशिक्षण का तीसरादिन था। जिसमें करीब 40 महिलाओं ने प्रतिभाग किया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इन महिलाओं को असम की ट्रेनर नीरा शर्मा ट्रेनिंग दे रही है।
करोड़ों रुपए की लगाई गई है मशीनें
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सेंटर का उद्देश्य है बांस की पैदावार को बढ़ाना। बांस से बनने वाले उपकरणों के लिए लोगों को प्रशिक्षित करना। इसके लिए सेंटर में कई करोड़ की आधुनिक मशीनें भी बांस के ट्रीटमेंट को लगाई गई हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी वैभव चौधरी ने बताया कि कार्यशाला में प्रशिक्षण देने के लिए आसाम की नीरा शर्मा व उनके साथ पांच सदस्य टीम बरेली बुलाई गई है। बरेली में जो भी बांस की उपज होती है, उसका सीएफसी में ट्रीटमेंट करने के बाद मशीनों के माध्यम से विभिन्न प्रकार की वस्तुएं बनाई जाएंगी।
हर दिन बढ़ रही प्रशिक्षण लेने वालों की संख्या
बांस की ज्वेलरी, फर्नीचर, गृह सज्जा आदि होंगे। इसके लिए महिला समूह को इस नई व्यवस्था में जोड़ा जा रहा है। पहले दिन 20- 25 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। 15 दिन तक चलने वाली कार्यशाला में बड़ी मात्रा में महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।