बरेली: जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण देगा शोध निदेशालय

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बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के पं. दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ में पं. दीनदयाल के चिन्तन के अनुरूप संचालित ग्रामोदय, अंत्योदय व अन्य ग्राम विकास योजनाओं के परिपेक्ष्य में ग्राम भ्रमण, जनसम्पर्क व गांवों में रोजगार व अन्य विकास के अवसरों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शोधपीठ के …

बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के पं. दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ में पं. दीनदयाल के चिन्तन के अनुरूप संचालित ग्रामोदय, अंत्योदय व अन्य ग्राम विकास योजनाओं के परिपेक्ष्य में ग्राम भ्रमण, जनसम्पर्क व गांवों में रोजगार व अन्य विकास के अवसरों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शोधपीठ के सह-समन्वयक और कार्यक्रम संयोजक डॉ. रामबाबू सिंह ने की।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वित्रा मेन्थे फ़ेयर ऑर्गेनिक के मुख्य प्रबंध निदेशक निहाल सिंह ने कहा कि मृदा में जैविक तत्व ‘ह्यूमस’ जिसे मानक के अनुसार 3-10 प्रतिशत होना चाहिए वह आज रासायनिक खादों के प्रयोग के कारण मात्र 0.3 प्रतिशत ही रह गया है। यदि जैविक खेती की ओर गांव नहीं बढ़ेगा तो 10-15 वर्षों में ज़मीन बंजर हो जाएगी।

स्वयं सहायता समूह की मिशन प्रबंधक कविता गंगवार ने बिथरी चैनपुर ब्लॉक के प्रमुख स्वयं सहायता समूहों द्वारा किए जा रहे कार्यों व उनके उत्पादनों के संबंध में विस्तार से प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी हरेंद्र पटेल ने कहा कि इस ब्लॉक के अंतर्गत महिलाओं ने स्वरोज़गार व कौशल विकास के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किया है। 5-10 हज़ार रुपयों से प्रारम्भ स्वयं सहायता समूह आज इन बहनों के माध्यम से लाखों रुपये का व्यवसाय कर रहे हैं।

कुलपति प्रो. केपी सिंह ने कहा कि विकास की सभी सम्भावनाएं गांवों में उपलब्ध करानी होंगी। भविष्य में गांव के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से विश्वविद्यालय के शोधपीठ द्वारा विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वर्मी-कम्पोस्ट व जैविक खाद बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

कार्यक्रम में शोधपीठ के समन्वयक, डॉ. प्रवीण कुमार तिवारी, विमल कुमार, रश्मि रंजन, डॉ. मीनाक्षी द्विवेदी, डॉ. कीर्ति प्रजापति, तपन वर्मा, बिथरी ब्लॉक के कई प्रमुख किसान, उद्यमी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य सहित अन्य जन-प्रतिनिधि व परियोजना सम्बन्धी अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

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