लखनऊ: सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत के प्रति गंभीर नहीं जिम्मेदार
लखनऊ। गरीब परिवारों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने के लिए सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसके लिए 30 सितम्बर तक वंचितों को लाभ दिलाने के लिए फार्म भरे जा रहे है लेकिन राजधानी के जिम्मेदार ही सरकार महत्वाकांक्षी योजना पर पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। उनके लापरवाही के …
लखनऊ। गरीब परिवारों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाने के लिए सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। इसके लिए 30 सितम्बर तक वंचितों को लाभ दिलाने के लिए फार्म भरे जा रहे है लेकिन राजधानी के जिम्मेदार ही सरकार महत्वाकांक्षी योजना पर पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं। उनके लापरवाही के कारण वंचितों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान योजना लागू होने के तीन साल पूरे हो गये हैं। सरकार की तरफ से उपलब्धियों के तौर पर आम जनता को स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित कराने की बात कही जा रही है, जिसको लेकर सरकार ने सितंबर माह में प्रदेश के हर ग्राम सभा व वार्ड में आयुष्मान योजना का कैंप लगवाने का निर्देश दिया था ताकि गरीब परिवारों को योजना का लाभ मिल सकें। इस योजना में बेहतर इलाज की सुविधा दी गई है लेकिन वास्तविकता यह है कि इन केंद्रों पर कहीं कोई जानकारी देने वाला उपलब्ध नहीं होता तो कहीं किसी के पास पूरी जानकारी नहीं है।
तेलीबाग निवासी राम धीरज ने बताया कि वे पिछले तीन दिन से आयुष्मान योजना कार्ड बनवाने के लिए सिविल अस्पताल के आयुष्मान काउंटर के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन काउंटर खाली होने के कारण अस्पताल में उन्हे कोर्इ भी आयुष्मान योजना से जुड़ें दस्तावेज की जानकारी देने वाला नही है, जिस कारण उन्हें रोज मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
इंदिरा नगर निवासी मुन्नी देवी बताती हैं कि उनका स्वास्थ्य पिछले एक साल से खराब चल रहा है, जिसके उपचार में उनका काफी पैसा लग चुका है। वह पिछले एक साल से आयुष्मान योजना का कार्ड बनवाने का प्रयास का रहीं हैं लेकिन सिविल अस्पताल आयुष्मान काउंटर पर कोई भी व्यक्ति समय से नही बैठता, जिस कारण उनका कार्ड अभी तक नहीं बन पाया।
पीएचसी का भी यहीं हाल
राजधानी के मल्हौर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का भी कुछ यही हाल है। सितम्बर माह में आयुषमान योजना लागू होने के बाद पीएचसी में अब तक किसी भी व्यक्ति को स्वास्थ्य योजना का लाभ नही मिला है।
ऐसी योजना स्वास्थ्य विभाग के लिए भी महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक हैं यदि ऐसा है तो ऐसी समस्या आए तो उसे अस्पताल अधीक्षक स्तर से निस्तारित किया जाए। हर आयुष्मान काउंटर पर विभाग से एक व्यक्ति को अलग से नियुक्त करेंगे ताकि आगे चलकर लोगें को इस प्रकार की असुविधा न हो जिसकी जिम्मेदारी हम विभाग को देंगे…डॉ. मनोज अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ।
