लखनऊ: किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा लखनऊ इंटरमीडिएट कॉलेज, जानें पूरा मामला…
लखनऊ। इंटरमीडिएट कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ कभी भी कोई बड़ी अनहोनी घटना हो सकती है। कॉलेज के पुराने भवन की जर्जर इमारतें कभी भी ढह सकती हैं। यहां पर प्रशासन को किसी बड़ी घटना का इंतजार है। राजधानी के जेसी बोस मार्ग लालबाग में लखनऊ इंटरमीडिएट कालेज 1948 से स्थापित है। …
लखनऊ। इंटरमीडिएट कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ कभी भी कोई बड़ी अनहोनी घटना हो सकती है। कॉलेज के पुराने भवन की जर्जर इमारतें कभी भी ढह सकती हैं। यहां पर प्रशासन को किसी बड़ी घटना का इंतजार है।

राजधानी के जेसी बोस मार्ग लालबाग में लखनऊ इंटरमीडिएट कालेज 1948 से स्थापित है। यहां 6 से 12 तक की कक्षाएं जर्जर भवन में चल रही है। स्कूल प्रशासन की लापरवाही छात्र-छात्राओं के जिदंगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है। 73 साल के पुराने इस कॉलेज की पूरी बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। भवन की हालत यह है कि कभी भी गिर सकता है।

खिड़किया और दरवाजे दो फाड़ में अलग दिखाई पड़ रहे हैं। पुराने कच्चे स्लेटपोश दो कमरे धराशायी हो चुके हैं और अन्य दो कमरे जर्जर हालत में गिरने की कगार पर हैं। बिल्डिंग में बड़ी-बड़ी घास उग गई है। ऐसे में यहां पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यह तीन कमरे कच्ची मिट्टी के बने हैं और कमरों के निर्माण में 40 साल पहले लगी लकड़ी भी पूरी तरह गल सड़ चुकी है।

बता दें कि शिक्षा विभाग के पास जिले में क्षतिग्रस्त स्कूलों की कोई पुख्ता जानकारी अपडेट नहीं है। वहीं यदि कोई स्कूल भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है तो उसे गिराने के लिए भी नियम कायदे या गाइडलाइन का पालन नहीं कराया जाता है।
