रायबरेली: प्रशासन की सख्ती से बैकफुट पर रही सपा, नहीं स्थापित हुई फूलन देवी की प्रतिमा
रायबरेली। खंधारीपुर गांव में सपा विधायक द्वारा पूर्व दस्यु व सांसद रही स्व. फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा के बाद सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ गई। सोमवार को मूर्ति स्थापना होनी थी लेकिन प्रशासन की सख्ती के कारण सपा को कदम पीछे खींचने पड़े। प्रशासन की सख्ती के बाद सपा ने प्रतिमा …
रायबरेली। खंधारीपुर गांव में सपा विधायक द्वारा पूर्व दस्यु व सांसद रही स्व. फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा के बाद सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ गई। सोमवार को मूर्ति स्थापना होनी थी लेकिन प्रशासन की सख्ती के कारण सपा को कदम पीछे खींचने पड़े। प्रशासन की सख्ती के बाद सपा ने प्रतिमा तो स्थापित नहीं की लेकिन गांव में सभा कर निषाद वोट बैंक पर निशाना लगाया है।
ऊंचाहार विकास खंड के गंगा के किनारे के करीब एक दर्जन गांवों में निषाद बिरादरी की खासी आबादी है। करीब पंद्रह दिन पहले इस गांव में सपा के विधायक व पूर्व मंत्री मनोज पांडेय ने बैठक कर यहां पर फूलन देवी की मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की थी। उसके बाद पूरे क्षेत्र में सियासी तूफान मच गया। एक वर्ग विशेष ने फूलन देवी की मूर्ति स्थापना का विरोध भी शुरू कर दिया।
मामला गरमाया तो जिला प्रशासन ने हस्तक्षेप कर गांव के कुछ लोगों ने नोटिस भेजकर मूर्ति स्थापना न करने की हिदायत दी। हालांकि इस दौरान चबूतरा बना दिया गया था जिसे बाद में तोड़ दिया गया। मालूम हो कि मूर्ति स्थापना की तारीख 20 सितंबर तय की गई थी इसलिए सपा नेताओं का जमावड़ा सोमवार की सुबह शुरू हो गया था।
उधर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। गांव में सपा ने एक सभा आयोजित की। जिसने पार्टी ने नेता व पूर्व मंत्री राजपाल निषाद भी पहुंचे। सभा को मनोज पांडेय व निषाद समेत दर्जनों नेताओं ने संबोधित किया। जब शाम को समारोह समाप्त हो गया तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
