बरेली: तीन पाठ्यक्रमों में 10 से भी कम प्रवेश
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक व डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रथम वर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया लगभग समाप्त होने वाली है। 20 सितंबर तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्रों का प्रवेश पंजीकरण 600 रुपये विलंब शुल्क से किया जा रहा है। अब तक 1.5 लाख से अधिक प्रवेश हो चुके …
बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक व डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रथम वर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया लगभग समाप्त होने वाली है। 20 सितंबर तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्रों का प्रवेश पंजीकरण 600 रुपये विलंब शुल्क से किया जा रहा है। अब तक 1.5 लाख से अधिक प्रवेश हो चुके हैं लेकिन तीन ऐसे डिप्लोमा पाठ्यक्रम में हैं, जिनमें 10 से भी कम प्रवेश हुए हैं। इनमें इंटीरियर डिजाइन, फिजियोथेरेपी और फाइनेंसियल सर्विस के पाठ्यक्रम हैं। अब बचे हुए दो दिनों में इनमें छात्रों की संख्या बढ़ने की उम्मीद काफी कम नजर आ रही है।
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी में सिर्फ पांच प्रवेश हुए हैं। जबकि इसकी 80 सीटें हैं। जिसमें बरेली के एक मेडिकल कॉलेज में 40 और अमरोहा के नर्सिंग कॉलेज में 40 सीटें हैं। जो प्रवेश हुए हैं वह सिर्फ अमरोहा के कॉलेज में हुए हैं। इसी तरह से डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइन में सिर्फ पांच प्रवेश हुए हैं। जबकि इसकी कुछ सीटें 90 हैं, जिनमें 70 सीटें बरेली के दो महाविद्यालयों और 20 सीटें बिजनौर के एक महाविद्यालय में हैं।
सिर्फ बरेली के एक महाविद्यालय में प्रवेश हुए हैं और दो महाविद्यालयों में एक भी प्रवेश नहीं हुआ है। इसी तरह से बीकॉम फाइनेंसियल सर्विस में सिर्फ 7 प्रवेश हुए हैं। इसकी कुल सीटें 120 हैं, जिसमें बरेली के एक महाविद्यालय में 60 और शाहजहांपुर के एक महाविद्यालय में 60 सीटें हैं। सिर्फ बरेली के ही कॉलेज में प्रवेश हुए हैं। इनके अलावा भी कई पाठ्यक्रम में 100 से कम प्रवेश हुए हैं। जिनमें डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन में 30, डिप्लोमा इन फोटोग्राफी में 26, बीएससी नर्सिंग में 80, बीकॉम फाइनेंस में 78 प्रवेश हुए हैं।
बीए, बीएससी व बीकॉम में अधिक प्रवेश
स्नातक पाठ्यक्रमों की बात करें तो सबसे अधिक प्रवेश बीए में ही हुए हैं। इसमें अब तक करीब 93 हजार प्रवेश हो चुके हैं। इसी तरह से बीएससी में 34 हजार से अधिक और बीकॉम में करीब 9 हजार प्रवेश हुए हैं। अभी भी 32 हजार से अधिक छात्रों के पंजीकरण का डाटा महाविद्यालयों ने विश्वविद्यालय में नहीं भेजा है।
