बरेली: कर्ज में डूबे बीडीए के बदले दिन, 100 करोड़ की एफडी खुलवाई

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बरेली, अमृत विचार। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की तिजोरी अवैध कॉलोनियों के ध्वस्तीकरण के साथ ही नक्शा पास करने की कार्रवाई से खूब भर गई है। आलम यह है कि जो बीडीए कुछ समय पहले तक भयंकर कर्ज में डूबा था, अब वह रामगंगानगर आवासीय योजना में प्लॉटों की बिक्री से मालामाल हो गया है। …

बरेली, अमृत विचार। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की तिजोरी अवैध कॉलोनियों के ध्वस्तीकरण के साथ ही नक्शा पास करने की कार्रवाई से खूब भर गई है। आलम यह है कि जो बीडीए कुछ समय पहले तक भयंकर कर्ज में डूबा था, अब वह रामगंगानगर आवासीय योजना में प्लॉटों की बिक्री से मालामाल हो गया है। जबरदस्त आमदनी होने से प्राधिकरण ने करीब 100 करोड़ की बैंक में एफडी तक खुला ली है। प्राधिकरण की वित्तीय हालत में जबरदस्त सुधार होने से अब विकास को और भी ज्यादा पंख लगने की उम्मीद दिखाई दे रही है।

दो साल पहले तक बीडीए बैंकों के कर्ज में डूबा हुआ था। आवासीय योजना ठप पड़ी थी। प्राधिकरण की आवासीय योजना को लेने में लोगों की रूचि नहीं थी लेकिन 2020 के बाद प्राधिकरण ने दिन ऐसे बदले कि प्राधिकरण ने न केवल बैंकों का कर्ज भी चुका दिया, बल्कि रामगंगा नगर आवासीय योजना के भूखंडों की बिक्री में भी काफी मांग बढ़ गई है। एक साल के अंदर अवैध कॉलोनियों पर की गई कार्रवाई, अवैध निर्माण, सीलिंग की कार्रवाई के अलावा शमन शुल्क में प्राधिकरण को बढ़ी आमदनी हुई।

प्राधिकरण को मानचित्र स्वीकृत पर भी अच्छी आमदनी हुई है। डोहरा रोड से बीसलपुर रोड को मिलाने वाली 45 मीटर रोड का कार्य व्यवधान का निस्तारण करते हुए निर्माण किया गया है। रामगंगा नगर आवासीय योजना में भूखंडों की बिक्री ऐसी हुई कि 36 साल से कर्ज में डूबा प्राधिकरण अब बैंक में सौ करोड़ की एफडी तक खोली है। यहीं नहीं वित्तीय कर्ज से भी प्राधिकरण उभरा है।

भूखंडों की ऊंचे दामों पर बिक्री ने किया मालामाल
बीडीए की रामगंगानगर आवासीय योजना में गेटबंद कॉलोनी की योजना को लोगों ने सबसे ज्यादा पसंद किया है। बीडीए ने योजना में आवंटियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए गेट बन्द गंगा एन्कलेव, नर्मदा एन्कलेव, कावेरी एन्कलेव और अलकनन्दा एन्कलेव में आवासीय भूखण्डों का पंजीकरण खोला। काफी संख्या में लोगों ने इसमें पंजीकरण कराए। भूखण्डों को नीलाम करने से काफी अधिक दरों पर नीलामी कर भूखण्ड आवंटित हुए हैं।

रामगंगानगर आवासीय योजना में सभी सेक्टरों में विकास कार्य किए जा रहे हैं। जिस कारण प्राधिकरण की आय में दिन प्रतिदिन वृद्वि हो रही है। पहली बार प्राधिकरण ने 100 करोड़ की एफडीआर बनवाई गई है। इससे प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत हुई है।-जोगिंदर सिंह, बीडीए उपाध्यक्ष

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