हरदोई: अंजू बाला ने पीएम मोदी से की हिंदी को राष्ट्रभाषा घोषित करने की अपील

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हरदोई। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था श्री सरस्वती सदन के तत्वावधान में दो दिवसीय हिन्दी दिवस समारोह का समापन मंगलवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एससीएसटी आयोग की सदस्य डा. अंजू बाला ने पुरस्कार वितरण के साथ किया। साथ ही हिन्दी के आधुनिक काल में ‘दलित लेखन” विषयक परिचर्चा में वक्ताओं ने प्राचीन …

हरदोई। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था श्री सरस्वती सदन के तत्वावधान में दो दिवसीय हिन्दी दिवस समारोह का समापन मंगलवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एससीएसटी आयोग की सदस्य डा. अंजू बाला ने पुरस्कार वितरण के साथ किया। साथ ही हिन्दी के आधुनिक काल में ‘दलित लेखन” विषयक परिचर्चा में वक्ताओं ने प्राचीन से लेकर वर्तमान तक दलित साहित्य को हिन्दी के विकास में सहायक बताया।

मुख्य अतिथि डा. अन्जू बाला ने विजेता बच्चों को पुरस्कृत करते हुए हिन्दी की सेवा में श्री सरस्वती सदन के योगदान को सराहा। कहा राष्ट्रीय एवं सामाजिक चेतना में सदन जैसी संस्था आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जन सामान्य की बोली बनकर हिन्दी आगे बढ़ी है और इसके विस्तार के लिये राष्ट्रभाषा बनना जरूरी है। उन्होंने कहा केन्द्र सरकार इस ओर कदम बढ़ाएगी। उन्होंने नारी शिक्षा पर बल देते हुए कहा दलित लेखन से भी हिन्दी बलवती हुई है। इस दौरान उन्होंने बेटियों के महत्व को बड़े ही मार्मिक ढंग से पेश कर लोगों को भावुक कर दिया।

वाणी वंदना श्रवण मिश्र राही ने प्रस्तुत की स्वागत सदन अध्यक्ष अरुणेश वाजपेयी ने एक आभार मंत्री मनीष मिश्र ने जताया। व्यवस्था कोषाध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव व सीमा मिश्र ने सम्हाली। कार्यक्रम में शैलेन्द्र खन्ना, सरिता अग्रवाल, डा. देश दीपक शुक्ल, डा. बीडी शुक्ल, डा. बीएस पाण्डेय, शिवशरण सिंह चौहान, भजनलाल सनमानी, डा. शीला पाण्डेय प्राचार्य डा. अमित वर्मा डा. एनसी शुक्ल एंव राष्ट्रभाषा सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य सेवानिवृत एसएस अग्निहोत्री मौजूद रहे।

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