बरेली: 270 करोड़ की उम्मीद, रबर फैक्ट्री के कर्मचारी नेताओं में टकराव
बरेली, अमृत विचार। 21 साल से बंद रबर फैक्ट्री के 1413 से अधिक कर्मचारियों के बकाये के संबंध में जिला प्रशासन ने कागजातों की खोजबीन शुरू करा दी है। श्रम विभाग से अभिलेखीय रिपोर्ट मिलने के बाद एक-एक कर्मचारी का सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ कर्मचारी नेताओं ने करीब 270 करोड़ रुपये की देनदारी बतायी …
बरेली, अमृत विचार। 21 साल से बंद रबर फैक्ट्री के 1413 से अधिक कर्मचारियों के बकाये के संबंध में जिला प्रशासन ने कागजातों की खोजबीन शुरू करा दी है। श्रम विभाग से अभिलेखीय रिपोर्ट मिलने के बाद एक-एक कर्मचारी का सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ कर्मचारी नेताओं ने करीब 270 करोड़ रुपये की देनदारी बतायी है। इसको लेकर भी प्रशासन कागजात ढुंढवा रहा है।
वहीं तीन दिन पहले कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय की मौजूदगी में रबर फैक्ट्री के दो गुटों में टकराव हो गया। कर्मचारी नेताओं में देनदारी को लेकर हुई बहसबाजी से प्रशासन भी हैरान है। कर्मचारी नेताओं में एकता नहीं होते देख अधिकारी भी सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं।
इस प्रकरण में चर्चा यह हो रही है कि 270 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद में कर्मचारी नेता आपस में उलझ रहे हैं। ऐसे ही इनमें टकराव आगे भी हुआ तो कर्मचारियों के लिए मुसीबतें खड़ी हो जाएंगी। कर्मचारियों की देनदारी के संबंध में कमिश्नर आर रमेश कुमार ने भी 17 सितंबर को कमिश्नरी सभागार में बैठक बुलायी है। उसमें कर्मचारी नेताओं को अभिलेखों के साथ बुलाया गया है। इधर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि श्रम विभाग से रिकार्ड मंगाए गए हैं। 10 सितंबर को हुई बैठक में कर्मचारी नेताओं से कई बिंदुओं पर चर्चा की गयी थी।
