बरेली: नवाचार से कोरोना की तीसरी लहर को रोका जा सकता है

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बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में रविवार को रुहेलखंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन, रुहेलखंड कंसल्टेंसी सेल ने इनोवेशन कौमबैटिंग कोविड 19 फार स्टार्टअप विषय पर ई-वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह वर्कशॉप मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन, आईआईसी न्यू दिल्ली, इनोवेशन सेल और एआईसीटीई के मैंडेट के अंतर्गत आयोजित की गई थी। वर्कशॉप के मुख्य रिसोर्स पर्सन इनोवेशन …

बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में रविवार को रुहेलखंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन, रुहेलखंड कंसल्टेंसी सेल ने इनोवेशन कौमबैटिंग कोविड 19 फार स्टार्टअप विषय पर ई-वर्कशॉप का आयोजन किया गया। यह वर्कशॉप मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन, आईआईसी न्यू दिल्ली, इनोवेशन सेल और एआईसीटीई के मैंडेट के अंतर्गत आयोजित की गई थी। वर्कशॉप के मुख्य रिसोर्स पर्सन इनोवेशन एंबेस्डर डा. अमित कुमार वर्मा ने कोविड-19 को रोकने के लिए नए-नए इनोवेशन (नवाचार) के बारे में जानकारी प्रदान की।

उन्होंने बताया कि किस तरीके से इनोवेशन की सहायता से और इन्हें और क्रिएटिव बनाकर कोविड-19 को रोका जा सकता है। उन्होंने रोबोटिक्स, ड्रोन कोविड-19 वैक्सीन, कॉकटेल ड्रग आदि नए नवाचार के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्टार्टअप के माध्यम से कोविड के फैलाव को रोका जा सकता है और भविष्य में यह अब आगे न फैले तो और नवाचार की आवश्यकता है। एम्स में रोबोटिक्स का इस्तेमाल करके इलाज किया गया। इससे संकमण का फैलाव कम हुआ, क्योंकि कोरोना व्यक्ति के व्यक्ति के संपर्क में आने से अधिक फैला। ड्रोन कैमरे से बुखार को आसानी से मापा गया। काकटेल ड्रग काफी महंगा होता है।

वर्कशॉप के दूसरे रिसोर्स पर्सन डॉ शशांक मिश्रा एमबीबीएस, एमडी, न्यूरो चाइल्ड केयर क्लीनिक बरेली, रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज बरेली ने बताया किस तरीके से हम कोविड-19 से उत्पन्न हुई तीसरी लहर से बच सकते हैं और क्या-क्या इनोवेशन किया जा सकता है ताकि आने वाले समय में बच्चे संक्रमित न हो और उसमें ट्रांसमिशन कम से कम पहले।

वर्कशॉप को आयोजित करने में प्रो एम के सिंह कार्यक्रम निदेशक, प्रो तूलिका सक्सेना कार्यक्रम समन्वयक, डॉ रुचि द्विवेदी समन्वयक, टेक्निलक एक्सपर्ट अनिकेत का अहम योगदान रहा। यह कार्यशाला 180 मिनट की थी और इसमें 92 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में हिस्सा लिया। कार्यशाला में 12 फैकल्टी, रुविवि के 70 और अन्य महाविद्यालयों के 10 छात्रों ने हिस्सा लिया।

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