अल्मोड़ा: नवीं से बारहवीं कक्षा की छात्राओं का कराए एनीमिया टेस्ट

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अल्मोड़ा, अमृत विचार। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को गंभीरता से प्रयास करने होंगे। शिशु एवं मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए ठोस कदम उठाएं जाए। साथ ही कक्षा नवीं से 12वीं तक की छात्राओं के एनीमिया टेस्ट की व्यवस्था की जाए। यह …

अल्मोड़ा, अमृत विचार। जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को गंभीरता से प्रयास करने होंगे। शिशु एवं मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए ठोस कदम उठाएं जाए। साथ ही कक्षा नवीं से 12वीं तक की छात्राओं के एनीमिया टेस्ट की व्यवस्था की जाए।

यह बात जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कलक्ट्रेट में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि महिलाओं के संस्थागत प्रसव के लिए उन्हें जागरूक किया जाए।

आशा हेल्थ वर्कर्स और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से महिलाओं की काउंसिलिंग कराई जाए। जिससे वह संस्थागत प्रसव और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की जानकारी प्राप्त कर सकें। कायाकल्प कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले सभी चिकित्सालयों में जो कमियां हैं, उन्हें चिह्नित करते हुए उनका आंगणन बनाएं और जिला कार्यालय को उपलब्ध कराएं।

डीएम ने अधिकारियों को पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम के अंतर्गत डिलीवरी सेंटरों और मेडिकल स्टोरों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कहा, ज्यादा लिंगानुपात वाले ब्लॉकों में कार्यशालाओं का आयोजन कराया जाए और महिलाओं को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम से जोड़ा जाए। कोविड की तीसरी लहर के संबंध में की ज रही तैयारियों की जानकारी भी जिलाधिकारी ने अधिकारियों से ली। बैठक में सीएमओ सविता हयांकी समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे।

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