नैनीताल: होटल में हुई महिला की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग
हल्द्वानी, अमृत विचार। नोएडा से पहुंचे महिला के परिजनों का आरोप है कि ऋ षभ उर्फ इमरान ने उनकी बेटी की हत्या की है। आरोपी ने पहले ऋषभ तिवारी बनकर उनकी बेटी को अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसकी नैनीताल में घुमाने लाने के बहाने हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने मंगलवार को शव …
हल्द्वानी, अमृत विचार। नोएडा से पहुंचे महिला के परिजनों का आरोप है कि ऋ षभ उर्फ इमरान ने उनकी बेटी की हत्या की है। आरोपी ने पहले ऋषभ तिवारी बनकर उनकी बेटी को अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उसकी नैनीताल में घुमाने लाने के बहाने हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। बेटी का शव देखकर मां बार-बार बेहोश होती रही।
सोमवार को दीक्षा की मौत की खबर मिलते ही मंगलवार की सुबह दीक्षा की मां बीना मिश्रा, भाई अंकुर मिश्रा, दोस्त सीमा, कशिश व रिश्तेदार राजेश देर रात नैनीताल पहुंच गए। इस दौरान दीक्षा की मां ने बताया कि उनकी बेटी का हत्यारोपी ऋ षभ उर्फ इमरान ने करीब 2 साल पहले उनकी बेटी से ऋ षभ तिवारी बनकर दोस्ती की। उस समय किसी को यह नहीं पता था कि ऋ षभ असल में इमरान है।
अगर उनको पहले पता चलता कि ऋ षभ असल में इमरान है तो उसके साथ अपनी बेटी को कभी नहीं जाने देती और आज उनकी बेटी उनके बीच होती। इटावा सिविल लाइन निवासी दीक्षा की मां बीना मिश्रा और भाई अंकुर मिश्रा ने बताया कि दीक्षा नोएडा में एक फ्लैट में रहती थी वह इमरान को ब्राह्मण समझते थे।
युवक ने अपना नाम हमेशा ऋ षभ तिवारी बताया। अगर पता होता कि लड़का मुस्लिम है तो लड़के से मिलने से मना कर देते। वहीं नोएडा से नैनीताल पहुंची दीक्षा मिश्रा की दोस्त सीमा और कशिश ने बताया कि दीक्षा बहुत मजबूत थी उसे कोई आसानी से नहीं मार सकता। उन्होंने बताया कि वह दीक्षा उर्फ भारती को कई सालों से जानते हैं, लेकिन बीते कुछ महीनों से ही लड़के को वह ऋ षभ तिवारी के नाम से जानते हैं। बताया कि उन्हें दीक्षा की मौत के बाद पूछताछ में किसी युवक से पता चला कि लड़का हिंदू नहीं मुस्लिम है और उसका नाम ऋ षभ तिवारी नहीं इमरान है। उन्होंने बताया कि फरार युवक की फेसबुक में भी ऋ षभ तिवारी नाम से आईडी है। उन्होंने मामले को लव जिहाद का बताया है।
आरोपी ने बेटी से पूछा मां के मोबाइल का पासवर्ड
दीक्षा की 4 साल की मासूम बेटी को शायद पता नहीं होगा कि उसकी मां हमेशा के लिए उसे छोडकर चलीं गईं। पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला है कि हत्या करने के बाद आरोपी रात दो बजकर 56 मिनट पर होटल से फरार हो गया। सुबह लगभग 9 बजे नोएडा अपने फ्लैट में पहुंच गया था। जहां से वह अपने जरूरी दस्तावेज व सामान लेकर फरार हो गया। मृतका के भाई ने बताया कि इमरान ने सोमवार सुबह उसके घर पहुंचकर दीक्षा की बेटी से कहा कि उसकी मां फोन भूलकर ऑफिस चली गई। आरोपी ने मृतका की बेटी से मोबाइल का पासवर्ड पूछा और मोबाइल का लॉक खोलकर चला गया।
दीक्षा के परिजन सीमा ने बताया कि वह देर रात नोएड से नैनीताल पहुंच गए थे, जिसके बाद वह 10 बजे से 12 बजे तक पोस्टमार्टम हाउस के बाहर शव के आने का इंतजार करते रहे। कई बार पुलिस कर्मियों को कॉल कर जल्दी करने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस शव को लेकर 12 बजे पोस्टमार्टम हाउस पहुंची। जहां से पौने दो बजे शव परिजनों को सौंपा गया। इधर, बेटी का शव देखने के बाद मां और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इधर, पुलिस का कहना है कि मामले की गहनता के साथ जांच की जा रही है। आरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।
