गोरखपुर: डीआईजी ने ग्रहण किया पदभार, गोरक्षनाथ मंदिर में दर्शन के बाद लिया सुरक्षा का जायजा

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

गोरखपुर। नवागत डीआईजी ने आज पदभार ग्रहण कर लिया। ततपश्चात उन्होंने गुरु गोरखनाथ बाबा का दर्शन कर गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। बता दें कि 2005 बैच के आइपीएस अधिकारी डीआईजी रविंदर जे गौड़ मूल रूप से आंध्र प्रदेश के महबूब नगर के रहने वाले है। श्री गौड़ देर रात मंगलवार को …

गोरखपुर। नवागत डीआईजी ने आज पदभार ग्रहण कर लिया। ततपश्चात उन्होंने गुरु गोरखनाथ बाबा का दर्शन कर गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। बता दें कि 2005 बैच के आइपीएस अधिकारी डीआईजी रविंदर जे गौड़ मूल रूप से आंध्र प्रदेश के महबूब नगर के रहने वाले है। श्री गौड़ देर रात मंगलवार को गोरखपुर पहुंच गए थे। आज प्रातः काल उन्होंने गोरखनाथ मंदिर पहुंच कर गोरक्षनाथ बाबा का आशीर्वाद लेकर मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

निरीक्षण करने के दौरान उन्होंने कहा कि मंदिर पर आने वाले हर व्यक्ति को मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना पड़ेगा। तभी बाबा गोरक्षनाथ का दर्शन कर सकेगा। मंदिर परिसर में एलआइयू एवं सिविल वर्दी में अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने-अपने ड्यूटी जवान कर रहे हैं, मंदिर परिसर में आने वाले हर व्यक्तियों पर उनकी नजर रहती है।

डीआईजी श्री गौड़ ने कहा कि हमारे कार्यालय में आने वाले हर फरियादियों को न्याय संगत न्याय देना हमारा पहला कर्तव्य हैं। वही फरियादियों के बीच मधुर संबध बनाए जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी। कहा जाता है कि जब अपराध और अपराधी के बारे में पुलिस तंत्र को सटीक सूचना और जानकारी होगी।तभी अपराध मुक्त वातावरण बनाया जा सकता है और ऐसा तभी संभव है, जब जनता और पुलिस के बीच मधुर संबंध होगा।

पुलिस की छवि जनता के बीच अच्छी बनाने का मकसद भी कुछ इसी से जुड़ा है। जनता से मधुर संबध होंगे तो जनता भी एक दोस्त की तरह पुलिस से बात कर सकेगी और कोई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस से साझा कर सकेगी। पुलिस के सख्त रवैये के कारण कई मामलों में जनता पुलिस से जानकारी साझा करने में हिचकती है। इसी को लेकर यहां जनता और पुलिस के बीच की दूरी मिटाने के प्रयास किए जाएंगे। जिससे अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा।

संबंधित समाचार