अल्मोड़ा: मासूमों के सिर पर लीसा डालने के मामले में ठेकेदार और तीन श्रमिक गिरफ्तार

अल्मोड़ा: मासूमों के सिर पर लीसा डालने के मामले में ठेकेदार और तीन श्रमिक गिरफ्तार

अल्मोड़ा, अमृत विचार। जिले के स्याल्दे विकास खंड में बीते दिनों नाबालिग बच्चों के सिर पर लीसा डालने की घटना के तूल पकड़ने के बाद अब राजस्व पुलिस भी हरकत में आ गई है। पीड़ित बच्चे के पिता की तहरीर के बाद राजस्व विभाग ने लीसा ठेकेदार व तीन नेपाली श्रमिकों पर रिपोर्ट दर्ज कर …

अल्मोड़ा, अमृत विचार। जिले के स्याल्दे विकास खंड में बीते दिनों नाबालिग बच्चों के सिर पर लीसा डालने की घटना के तूल पकड़ने के बाद अब राजस्व पुलिस भी हरकत में आ गई है। पीड़ित बच्चे के पिता की तहरीर के बाद राजस्व विभाग ने लीसा ठेकेदार व तीन नेपाली श्रमिकों पर रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

अल्मोड़ा जिले के स्याल्दे तहसील के ग्राम गुरना में कुछ दिनों पहले पांच बच्चे जंगल की तरफ खेल रहे थे। ठेकेदारों ने यहां चीड़ के पेड़ से लीसा निकालने के लिए गमले लगाए थे। इस दौरान बच्चों ने कुछ गमले पेड़ों से निकाल लिये। लीसा ठेकेदार की ओर से रखे गए एक नेपाली श्रमिक ने बच्चों को गमलों से खेलते हुए पकड़ लिया। श्रमिक और उसके साथी ने बच्चों को धमकाना शुरू किया। बच्चों को श्रमिकों ने फटकार लगाई। इसके बाद क्रूरता दिखाते हुए बच्चों से उनके सिर पर जबरन लीसा डलवा दिया। जिससे सिर से चेहरे तक पहुंचे लीसे से उनकी आंखों में सूजन आ गई और जलन होने लगी। इस घटना का आरोपियों ने खुद वीडियो भी बनाया।

बीते बुधवार से वीडियो वायरल होना शुरू हुआ। इसके बाद से इस अमानवीय घटना ने तूल पकड़ लिया था। स्याल्दे के तहसीलदार जगदीश गिरी ने बताया कि मामले में एक बच्चे के पिता ने नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके बाद मूल रूप से नेपाल निवासी नीरज बोहरा, मनोज बोहरा और दर्शन धामी के अलावा ठेकेदार अंबा दत्त के खिलाफ पटवारी क्षेत्र चौना में आईपीसी की धारा 323 व 355 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। वन विभाग ने श्रमिकों को राजस्व पुलिस के हवाले कर दिया है। एसडीएम शिप्रा जोशी ने बताया कि दोषियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जा रही है।

मंत्री रेखा आर्या ने भी लिया मामले का संज्ञान : जिले में स्याल्दे ब्लॉक में पांच नाबालिग बच्चों के सिर पर लीसा डालने के मामले का संज्ञान बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने भी लिया है। घटना की सूचना प्राप्त होने के बाद उन्होंने अधिकारियों से मामले की विस्तार से जानकारी प्राप्त की और जिलाधिकारी अल्मोड़ा से वार्ता कर उन्हें इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।